पानी बर्बाद करने वालों की अब खैर नहीं, पकड़े गए तो कटेगा 5000 का चालान Chandigarh News
लोग सुबह सवेरे अपनी गाडिय़ों को पाइप लगाकर धोते हैं जिसे नगर निगम पानी बर्बादी मानता है ऐसे में अब ऐसे लोगों का भी चालान काटा जाएगा।
चंडीगढ़, जेएनएन। अब पानी बर्बाद करने पर पांच हजार रुपये का चालान कटेगा। नगर निगम ने जो पानी के रेट बढ़ाने का प्रस्ताव पास किया है, उसमें पानी बर्बाद करने का जुर्माना भी दो से बढ़ाकर पांच हजार रुपये कर दिया गया है। इसके साथ ही यह भी निर्णय लिया गया है कि पानी बर्बाद करने का चालान अब पूरा साल काटा जाएगा। जबकि पहले यह अभियान सिर्फ गर्मी शुरू होने पर अप्रैल माह में शुरू किया जाता था जो कि 30 मई तक चलता था।
नगर निगम की ओर से पानी बर्बाद करने वालों पर निगाह रखने के लिए अलग-अलग टीमों का भी गठन किया जाएगा। इस समय लोग सुबह सवेरे अपनी गाडिय़ों को पाइप लगाकर धोते हैं जिसे नगर निगम पानी बर्बादी मानता है ऐसे में अब ऐसे लोगों का भी चालान काटा जाएगा। चीफ इंजीनियर शैलेंद्र सिंह का कहना है कि अगले सप्ताह से जनस्वास्थ्य विभाग पानी बर्बाद करने वालों के खिलाफ अभियान छेडऩे जा रहा है।
सब्सिडी के लिए केंद्र सरकार ने जारी किए पांच करोड़ रुपये
नया साल उन लोगों के लिए खुशखबरी लेकर आएगा, जिन्हें सोलर पावर प्लांट लगाने पर सब्सिडी नहीं मिली थी। केंद्र सरकार ने यूटी प्रशासन को पांच करोड़ रुपये सब्सिडी के लिए जारी कर दिए हैं। जिससे इन लोगों को अब सब्सिडी तुरंत जारी कर दी जाएगी। इनकी 30 फीसद की सब्सिडी अब तक जारी नहीं हुई थी। अगले हफ्ते से ही प्रशासन लोगों को उनकी सब्सिडी के हिसाब से रुपये बैंक एकाउंट्स में ट्रांसफर करेगा। इसको लेकर सीनियर ऑफिसर्स की मीटिंग हुई, जिसमें तय किया गया है कि अगले सप्ताह से यह प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। यूटी प्रशासन का चंडीगढ़ रिन्यूअल एनर्जी साइंस एंड टेक्नोलॉजी प्रमोशन सोसाइटी (क्रेस्ट) सोलर प्रोजेक्ट लगाने पर सब्सिडी देता है।
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