CBSE ने रोके शहर के 10वीं और 12वीं के 100 स्टूडेंट्स के रोल नंबर Chandigarh news

इसके साथ ही इन सभी स्टूडेंट्स का भविष्य भी दांव पर लगा हुआ है। जिन स्टूडेंट्स के रोल नंबर रोके है उनमें 10वीं और 12वीं क्लास के स्टूडेंट्स शामिल हैं।

By Edited By: Publish:Thu, 20 Feb 2020 09:21 PM (IST) Updated:Fri, 21 Feb 2020 11:42 AM (IST)
CBSE ने रोके शहर के 10वीं और 12वीं के 100 स्टूडेंट्स के रोल नंबर Chandigarh news
CBSE ने रोके शहर के 10वीं और 12वीं के 100 स्टूडेंट्स के रोल नंबर Chandigarh news

चंडीगढ़, जेएनएन। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसइ)  की 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा शुरू हो चुकी है। ऐसे में जहां सभी स्टूडेंट्स इन परीक्षाओं की तैयारी में लगे हैं वहीं सीबीएसइ ने शहर के 100 स्टूडेंट्स के रोल नंबर रोक लिए हैं। रोल नंबर न मिलने की वजह से इन स्टूडेंट्स के परीक्षा में बैठने के चांस न के बराबर हैं। इसके साथ ही इन सभी स्टूडेंट्स का भविष्य भी दांव पर लगा हुआ है। जिन स्टूडेंट्स के रोल नंबर रोके है उनमें 10वीं और 12वीं क्लास के स्टूडेंट्स शामिल हैं।

जब बोर्ड परीक्षा शुरू हो चुकी है तब स्कूल प्रशासन भी नींद से जाग रहा है। रोल नंबर जारी करने का मामला वीरवार को चंडीगढ़ कमीशन फॉर प्रोटेक्शन चाइल्ड राइट्स (सीसीपीसीआर) के पास पहुंचा, जहां सीसीपीसीआर चेयरपर्सन ने संबंधित स्कूलों की शिकायत सुनी।

सीबीएसइ नॉ‌र्म्स के अनुसार प्राइवेट डॉक्टरों का सर्टिफिकेट नहीं मान्य

सीबीएसइ के नियमों के अनुसार निजी डॉक्टरों द्वारा जारी किया गया मेडिकल सर्टिफिकेट मान्य नहीं है। सूत्रों के अनुसार जिन स्टूडेंट्स का रोल नंबर रुका है उनमें से ज्यादातर ने प्राइवेट डॉक्टरों से मेडिकल सर्टिफिकेट बनाकर जमा करवाए हैं। जिस वजह से सीबीएसइ ने उनके रोल नंबर को जारी नहीं किया है।

सीबीएसइ ने की गिनी एक जनवरी 2020 तक हाजिरी

स्कूल प्रिंसिपल ने बताया कि उन्होंने स्टूडेंट्स की हाजिरी 14 फरवरी तक भेजी है। जबकि सीबीएसइ द्वारा केवल एक जनवरी 2020 तक ही हाजिरी को गिना गया है। सीबीएसइ द्वारा रोल नंबर रोकने से स्टूडेंट्स बहुत परेशान है और रोजाना स्कूल में इस विषय में बात करते हैं।

सरकारी और प्राइवेट स्कूल के स्टूडेंट्स शामिल

जिन स्टूडेंट्स के रोल नंबर रोके गए है उनमें सरकारी और प्राइवेट  दोनों स्कूल के बच्चे शामिल हैं। वीरवार को गवर्नमेंट मॉडल हाई स्कूल मौलीजागरां ने इस मामले को सीसीपीसीआर के सामने उठाया था। स्कूल प्रशासन ने अपनी बात रखते हुए कहा कि सीबीएसइ ने कई स्टूडेंट्स की हाजिरी कम होने की बात कही है जबकि उन्होंने एक जनवरी 2020 तक स्टूडेंट्स की हाजिरी उन्हें भेज दी है। ऐसे में स्कूल प्रशासन की कोशिश है कि सीबीएसइ से इस बात पर दोबारा विचार कर, स्टूडेंट्स के रोल नंबर बहाल करें।

रोल नंबर रोकने को लेकर हमारे पास मामला आया है। इसके तहत हमने सीबीएसइ रीजनल ऑफिस में बात की है। स्टूडेंट्स के रोल नंबर नई दिल्ली से जारी होते हैं ऐसे में उन्होंने हमारे द्वारा नई दिल्ली सीबीएसइ ऑफिस और नेशनल कमीशन फॉर प्रोटेक्शन चाइल्ड राइट्स (एनसीपीसीआर) को पत्र लिख स्टूडेंट्स के रोल नंबर बहाल करने की बात कही है। इसके साथ ही हमने यह भी कहा कि एग्जाम के बाद जो भी प्रक्रिया होगी उसे किया जाएगा।

हरजिंदर कौर, चेयरपर्सन, सीसीपीसीआर

यह सीबीएसइ का मामला है, इसमें हम हस्तक्षेप नहीं कर सकते लेकिन हमारे स्कूलों के स्टूडेंट्स है। इसलिए हम सीबीएसइ को निवेदन करेंगे कि वह इस मामले में स्टूडेंट्स के भविष्य को ध्यान में रखकर जल्द निर्णय ले।

रूबिंदरजीत सिंह बराड़, डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन

सीसीपीसीआर की ओर से हमें लिखित में कोई जानकारी नहीं मिली है। स्टूडेंट्स का साल बर्बाद न हो इसके लिए हल निकाला जाएगा।

रमा शर्मा, पीआरओ सीबीएसइ ऑफिस दिल्ली

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