चंडीगढ़ में पंजाब की अनदेखी से कैप्टन ने जताई नाराजगी, पीएम से हस्तक्षेप की मांग

चंडीगढ़ में पंजाब और हरियाणा के अधिकारियों की नियुक्ति की लगातार घट रही संख्या को लेकर पंजाब सरकार चिंतित है। कैप्टन ने इसके लिए पीएम को पत्र लिखा है।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Sat, 10 Nov 2018 01:04 PM (IST) Updated:Sun, 11 Nov 2018 04:57 PM (IST)
चंडीगढ़ में पंजाब की अनदेखी से कैप्टन ने जताई नाराजगी, पीएम से हस्तक्षेप की मांग
चंडीगढ़ में पंजाब की अनदेखी से कैप्टन ने जताई नाराजगी, पीएम से हस्तक्षेप की मांग

जेएनएन, चंडीगढ़। चंडीगढ़ में पंजाब और हरियाणा के अधिकारियों की नियुक्ति की लगातार घट रही संख्या को लेकर पंजाब सरकार चिंतित है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर उनसे निजी दखल देने की मांग की है। कैप्टन ने मांग की है कि यूटी में सिविल पदों को भरने और पंजाब व हरियाणा के बीच 60:40 के अनुपात को बनाए रखने के लिए जल्द कदम उठाने के लिए पीएम गृह मंत्रालय को निर्देश दें।

कैप्टन ने पत्र में लिखा है कि चंडीगढ़ प्रशासन में 14 आइएएस अफसर तैनात हैं और इनमें से सिर्फ तीन पंजाब से और दो हरियाणा से संबंधित हैं। बाकी अधिकारी यूटी कैडर के हैं। इस तरह चंडीगढ़ में 7 आइपीएस अधिकारी तैनात हैं। इनमें से सिर्फ 1-1 अधिकारी पंजाब व हरियाणा से संबंधित हैं, जबकि बाकी 5 अधिकारी यूटी कैडर के हैं।

उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ प्रशासन में अधिकारियों की तैनाती के लिए 60:40 के अनुपात को बरकरार नहीं रखा जा रहा। यही स्थिति अन्य श्रेणियों के कर्मचारियों के संबंध में भी है, जिनमें अध्यापक, डॉक्टर और अन्य सिविल अधिकारी शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से अनुपात में असंतुलन पैदा हुआ है। इसे ठीक करने की जरूरत है। कैप्टन ने मोदी को यह भी लिखा है कि वह चंडीगढ़ प्रशासन को सलाह दें कि वह पंजाब व हरियाणा के अधिकारियों की भूमिका और जिम्मेदारी को कम न करे। 

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