भाजपा ने बागी सतीश कैंथ को पार्टी से निकाला, मेयर कालिया के खिलाफ लड़ा था चुनाव

भाजपा ने बागी होकर चंडीगढ़ नगर निगम में मेयर पद उसके आधिकारिक उम्मीदवार राजेश कालिया के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले सतीश कैंथ को पार्टी से निष्कासित कर दिया है।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Fri, 18 Jan 2019 04:41 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jan 2019 04:41 PM (IST)
भाजपा ने बागी सतीश कैंथ को पार्टी से निकाला, मेयर कालिया के खिलाफ लड़ा था चुनाव
भाजपा ने बागी सतीश कैंथ को पार्टी से निकाला, मेयर कालिया के खिलाफ लड़ा था चुनाव

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। मेयर पद का प्रत्याशी न चुने जाने के बाद बागी होकर भाजपा आधिकारिक उम्मीदवार राजेश कालिया के खिलाफ चुनाव में खड़े होने वाले सतीश कैंथ को पार्टी ने निष्कासित कर दिया है। शुक्रवार शाम मेयर चुनाव संपूर्ण होने के बाद प्रदेश अध्यक्ष संजय टंडन ने इसकी औपचारिक तौर पर निगम सदन के बाहर घोषणा की।

शुक्रवार को हुए मेयर पद के चुनाव में सतीश कैंथ को 11 वोट पड़े। उन्हें भाजपा के पांच क्रॉस वोटिंग के मत भी प्राप्त हुए। कांग्रेस उम्मीदवार शीला फूल के उनके हक में बैठ जाने के बावजूद वह भाजपा के राजेश कालिया को नहीं हरा सके। राजेश कालिया के पक्ष में कुल 16 वोट पड़े और वह पांच वोटों से जीत गए।

गत दिनों भाजपा की ओर से राजेश कालिया के नाम के एलान के बाद सतीश कैंथ ने बगावती सुर अपना लिए थे। उन्होंने और फर्मिला देवी ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था कि हमारे में क्या कमी थी जो हमें उम्मीदवार नहीं बनाया गया। मालूम हो कि यह दोनों दावेदार सांसद किरण खेर गुट के थे जबकि राजेश कालिया चंडीगढ़ भाजपा अध्यक्ष संजय टंडन गुट के हैं। गद दिवस नामांकन वापस लेने की अटकलों के बीच उन्होंने कहा था कि एक भी वोट न मिलने पर भी वह अपना नामांकन वापस नहीं लेंगे।

अपना नामांकन पत्र भरने के बाद सतीश कैंथ ने कहा था कि सांसद किरण खेर और संजय टंडन जातिवाद को बढ़ावा दे रहे हैं जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कभी भी जातिवाद को बढ़ावा नहीं देते। उन्होंने आरोप लगाया था कि जातिवाद को बढ़ावा देने के लिए ही राजेश कालिया को उम्मीदवार बनाया गया है।

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