पंजाब आप की बगावत: केजरी की कोशिश काम न आई, फिर एकजुट हुए 15 विधायक

अाम आदमी पार्टी की पंजाब इकाई की बगावत की आग ठंडी नहीं पड़ रही है। अरविंद केजरीवाल से दिल्‍ली में मिलने वाले विधायक चंडीगढ़ में बदले नजर आए।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Tue, 20 Mar 2018 11:40 AM (IST) Updated:Tue, 20 Mar 2018 08:51 PM (IST)
पंजाब आप की बगावत: केजरी की कोशिश काम न आई, फिर एकजुट हुए 15 विधायक
पंजाब आप की बगावत: केजरी की कोशिश काम न आई, फिर एकजुट हुए 15 विधायक

चंडीगढ़, [मनोज त्रिपाठी]। आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल द्वारा अकाली दल के महासचिव बिक्रम मजीठिया से नशे के आरोपों पर माफी मांगने के बाद पंजाब आप में हुआ बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को नेता प्रतिपक्ष सुखपाल सिंह खैहरा द्वारा बुलाई गई बैठक में 15 विधायकों ने शिरकत करके केजरीवाल को संदेश दे दिया है कि अब पंजाब में उनकी राह आसान नहीं है। केजरीवाल ने रविवार को दिल्ली में बैठक बुलाई थी जिसमें केवल 10 विधायक शामिल हुए थे। बैठक के बारे में खैहरा ने कहा कि दिल्ली गए विधायकों ने भी केजरीवाल से बिना सलाह मजीठिया से माफी मांगने का मुद्दा उठाया था।

सुखपाल खैहरा की बुलाई बैठक में 15 विधायक आए, केजरीवाल की बैठक में पहुंचे थे केवल 10 विधायक

खैहरा द्वारा बुलाई गई बैठक में विधानसभा में पार्टी के उपनेता अमन अरोड़ा भी पहुंचे। वह रविवार को दिल्ली में हुई बैठक में भी शामिल हुए थे। माफी के बाद पार्टी में उठे विवाद व दो फाड़ दिख रही पार्टी को लेकर खैहरा ने कहा कि ज्यादातर विधायक इस मुद्दे पर एकजुट हैं। उन्होंने कहा कि जिस पार्टी को चंडीगढ़ में एक बैठक करने का अधिकार नहीं है, उसे स्वतंत्र व लोकतांत्रिक कैसे कहा जा सकता है। जो विधायक बैठक में शामिल नहीं हो सके हैं उन्होंने अपने संदेश भेजकर एकजुट होने का संदेश दे दिया है।

बैठक के बारे में अमन अरोड़ा ने कहा कि केजरीवाल की बैठक में शामिल होने गए विधायकों में से छह विधायक खैहरा की बैठक में भी शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी में अब कोई संकट नहीं हैं। केजरीवाल ने माफी मांगने से पहले पंजाब को भरोसे में नहीं लिया था, लेकिन उन्होंने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है कि उनके खिलाफ चल रहे 33 केसों को लेकर वह परेशान हैं। इन केसों को खत्म करने को लेकर ही उन्होंने मजीठिया से माफी मांगी है। साेमवार की बैठक विधानसभा सत्र को लेकर पार्टी की नीतियों संबंधी थी।

कुछ लोग दिल्ली में करते हैं चुगलियां

खैहरा ने पार्टी के नेता हरजोत बैंस को लेकर कहा कि जो लोग पंजाब में काम नहीं करते हैं वे दिल्ली जाकर चुगलियां करते हैं। केजरीवाल की माफी को लेकर खैहरा ने कहा कि केजरी को अपनी बात रखने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि आज की बैठक में तमाम मुद्दों के साथ-साथ विधानसभा के बजट सत्र में नशा, किसानों के की समस्या, अवैध रेत खनन जैसे तमाम मुद्दों को उठाने को लेकर विचार किया गया।

ये विधायक हुए शामिल

सुखपाल सिंह खैहरा, अमन अरोड़ा, कंवर संधू, जय किशन, अमरजीत सिंह, जगतार सिंह जग्गा, सर्वजीत कौर माणूके, मास्टर बलदेव, रूपिंदर कौर रूबी, जगदेव सिंह कमालू, नाजर सिंह मानशहिया, हरपाल सिंह चीमा, पिरमल सिंह, गुरमीत सिंह मीत हेयर व कुलवंत सिंह पंडोरी।

------

ये नहीं पहुंचे

एडवोकेट एचएस फूलका, मनजीत सिंह  बिलासपुर, कुलतार सिंह संधवा, प्रोफेसर बलजिंदर कौर व प्रिंसिपल बुद्ध राम बैठक में शामिल नहीं हुए।

----------

स्पीकर ने खैहरा ने सदन चलाने में सहयोग मांगा

विधानसभा के स्पीकर राणा केपी सिंह ने सोमवार को अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल व विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष खैहरा को बुलाकर सदन चलाने में सहयोग करने की मांग की है। बैठक में खैहरा शामिल हुए थे, लेकिन सुखबीर नहीं आए।

chat bot
आपका साथी