चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में आर्टिफिशियल इंंटेलिजेंस सेंटर से स्टूडेंट्स को मिलेंगे रिसर्च, ट्रेनिंग और रोजगार के नए अवसर

मोहाली स्थित चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी (सीयू) घड़ूआं द्वारा मल्टीनेशनल इंर्फोमेशन टेक्नोलॉजी कंपनी कोफोर्ज के सहयोग से कैंपस में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सेंटर स्थापित किया गया है। इससे स्टूडेंट्स के लिए शिक्षा रिसर्च ट्रेनिंग और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Wed, 24 Nov 2021 02:56 PM (IST) Updated:Wed, 24 Nov 2021 02:56 PM (IST)
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में आर्टिफिशियल इंंटेलिजेंस सेंटर से स्टूडेंट्स को मिलेंगे रिसर्च, ट्रेनिंग और रोजगार के नए अवसर
सेंटर में एआइ आधारित तकनीकों के माध्यम से 5600 से अधिक छात्र एक ही समय में प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे।

जागरण संवाददाता, मोहाली। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी (सीयू) घड़ूआं द्वारा मल्टीनेशनल इंर्फोमेशन टेक्नोलॉजी कंपनी कोफोर्ज के सहयोग से कैंपस में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सेंटर स्थापित किया गया है। इसके साथ कैंपस में मल्टीनेशनल इंर्फोमेशन टेक्नोलॉजी सर्विसेज एंड कंसल्टिंग कंपनी कैपजेमिनी के सहयोग से कैपजेमिनी एक्सीलेंस सेंटर की स्थापना भी की गई है। छात्रों को बैंकिंग-वित्तीय सेवाओं और एचआर क्षेत्र में कुशल पेशेवरों के रूप में तैयार करने के लिए यूनिवर्सिटी द्वारा मूडीज एनालिटिक्स और इंश्योरेंस कंपनी एओन कंसल्टिंग के साथ एमओयू साइन किया गया है।

कंपनियों के साथ की गई यह साझेदारियां और यूनिवर्सिटी में स्थापित विभिन्न मल्टीनेशनल कंपनियों के एक्सीलेंस सेंटर उक्त कोर्सों के स्टूडेंट्स के लिए शिक्षा, रिसर्च, ट्रेनिंग और रोजगार के नए अवसर पैदा करेंगी। यूनिवर्सिटी के प्रो चांसलर डा आरएस बावा ने कहा कि कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) के तहत कैंपस में स्थापित अत्याधुनिक एआइ सेंटर में उत्तर भारत के छात्रों को हेल्थ, एग्रीकल्चर, पानी और वेस्ट मैनेजमेंट के क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर आधारित नए प्रोजेक्ट्स के माध्यम से ट्रेनिंग दी जाएगी। कपंनी के विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित तकनीकों के उपयोग के माध्यम से स्वास्थ्य क्षेत्र में अनुसंधान और विकास को बढ़ावा दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि इस सेंटर में एआइ आधारित तकनीकों के माध्यम से 5600 से अधिक छात्र एक ही समय में प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे। इसके अलावा, अत्याधुनिक सेंटर डाटा प्रोसेसिंग और एआइ से लेकर वीडियो एनालिसिस तक फास्ट ट्रैक एआइ परिनियोजन (डिप्लॉयमेंट) को संभालने में सक्षम होगा।

बाबा ने कहा कि छात्रों द्वारा फसल संबंधी बीमारियों से निपटने के लिए नई तकनीक विकसित करने के लिए प्राजेक्ट शुरू किए गए हैं, जबकि स्मार्ट हेल्थकेयर जैसे क्षेत्रों में गलत सूचनाओं का पता लगाने और सामाजिक समस्याओं के समाधान के लिए विस्तृत शोध जारी किया गया है। यूनिवर्सिटी के चांसलर सतनाम सिंह संधू ने कहा कि छात्रों को विश्व स्तर की शिक्षा और रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न औद्योगिक संगठनों के साथ टाईअप किया है। इन साझेदारियों का उद्देश्य छात्रों को उद्योग की वर्तमान मांग और जरूरतों के अनुकूल तैयार कर भविष्य के पेशेवर बनाना है। उन्होंने कहा कि 30 से अधिक अत्याधुनिक रिसर्च सेंटर, इंडस्ट्री कॉलेबोरेशन के तहत 14 प्रयोगशालाएं, हॉस्पिटेलिटी स्टूडेंट्स के लिए 5 ट्रेनिंग सेंटर, 50 से अधिक विभागीय रिसर्च ग्रुप्स के साथ-साथ 300 से अधिक इंडस्ट्री एक्सपर्टस के मार्गदर्शन के तहत छात्रों को प्रशिक्षित किया जाता है। यूनिवर्सिटी में स्थापित टीबीआइ देश के टॉप 10 टेकनोलॉजी बिजनेस इंक्यूबेटर्स में से एक है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि एआइ सेंटर हमारी प्रतिबद्धता और हमारे छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और रोजगार प्रदान करने में फायदेमंद साबित होगा।

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