सामूहिक दुष्कर्म के आरोपित ने की फास्ट ट्रैक से केस की सुनवाई करने की अपील

मामले में कुल पांच आरोपित है जिनमें एक महिला भी है। लेकिन पीड़िता ने अभी तक प्रवीण का नाम नहीं लिया है लेकिन फिर भी प्रवीण को इस केस में आरोपित बनाया गया है।

By Vikas_KumarEdited By: Publish:Wed, 27 May 2020 01:21 PM (IST) Updated:Wed, 27 May 2020 01:21 PM (IST)
सामूहिक दुष्कर्म के आरोपित ने की फास्ट ट्रैक से केस की सुनवाई करने की अपील
सामूहिक दुष्कर्म के आरोपित ने की फास्ट ट्रैक से केस की सुनवाई करने की अपील

चंडीगढ़, जेएनएन। सामूहिक दुष्कर्म के एक मामले में जिला अदालत में एक आरोपित ने याचिका लगा केस को फास्ट ट्रैक से चलाने की अपील की है। याचि की पहचान प्रवीण के रूप में हुई है। याची के वकील एएस गुजराल ने बताया कि प्रवीण को इस केस में फंसाया गया है।

मामले में कुल पांच आरोपित है, जिनमें एक महिला भी है। लेकिन पीड़िता ने अभी तक प्रवीण का नाम नहीं लिया है, लेकिन फिर भी प्रवीण को इस केस में आरोपित बनाया गया है। बताया कि मामले में पांचों पर आरोप भी तय हो गए हैं। याची ने अपनी याचिका में दलील दी कि पीडि़ता की अभी तक एक बार भी कोर्ट में गवाही नहीं हुई है। बताया कि एफआइआर दर्ज होने के बाद मजिस्ट्रेट के सामने दिए बयानों में प्रवीण का नाम नहीं लिया है। उन्हें यकीन है कि यदि फास्ट ट्रैक से हररोज उनके केस की सुनवाई करवाई जाती तो उन्हें जल्दी न्याय मिल जाएगा।

यह है मामला

दर्ज मामले के मुताबिक, पिछले वर्ष दो मई को पीडि़ता ने सारंगपुर थाने में शिकायत दी थी कि वह अपने जीजा के साथ अपनी बहन से मिलने उनके घर जा रही थी। लेकिन उसका जीजा उसे घर ले जाने की बजाय बुड़ैल के एक होटल में ले गया, जहां उसके खाने में नशीली चीज मिलाकर उसके साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। थोड़ी देर में जीजा के कुछ दोस्त वहां आए और उन्होंने भी उसके साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। इसके बाद उसके जीजा उसे प्रवीण के घर छोड़ दिया। आरोप के मुताबिक प्रवीण ने भी उसके साथ अपने घर पर दुष्कर्म किया। इसके बाद पुलिस ने सभी आरोपितों पर केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया था।

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