आप ने लोस चुनाव के लिए पंजाब में पांच प्रत्‍याशी घोषित किए, मान व साधु का टिकट बरकरार

आम आदमी पार्टी ने पंजाब में लोकसभा चुनाव के लिए पांच प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। पार्टी ने मान व साधु सिंह का टिकट बरकरार रखा है।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Tue, 30 Oct 2018 12:35 PM (IST) Updated:Tue, 30 Oct 2018 01:27 PM (IST)
आप ने लोस चुनाव के लिए पंजाब में पांच प्रत्‍याशी घोषित किए, मान व साधु का टिकट बरकरार
आप ने लोस चुनाव के लिए पंजाब में पांच प्रत्‍याशी घोषित किए, मान व साधु का टिकट बरकरार

जेएनएन, चंडीगढ़। पंजाब में आम आदमी पार्टी में मचे घमासान के बीच पार्टी ने लोकसभा चुनाव के पांच उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। पार्टी ने संगरूर से भगवंत मान व फरीदकोट से प्रो. साधु सिंह का टिकट बरकरार रखा है। होशियारपुर से डॉ. रावजोत सिंह, अमृतसर से गुरदीप सिंह धालीवाल व श्री आनंदपुर साहिब से नरेंद्र सिंह शेरगिल को टिकट दिया गया है।

बता दें, पिछले लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने पंजाब में चार लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी। संगरूर से भगवंत मान, फरीदकोट से प्रो. साधु सिंह, पटियाला से डॉ. धर्मवीर गांधी व श्री फतेहगढ़ साहिब से हरिंदर सिंह खालसा ने जीत हासिल की थी। पार्टी की कोर कमेटी द्वारा घोषित पांच प्रत्याशियों की सूची में दो सांसदों को सूची में बरकरार रखा गया है, जबकि पटियाला व श्री फतेहगढ़ साहिब से किसी के नामों की घोषणा नहीं की गई है।

भगवंत मान, प्रो. साधु सिंह, डॉ. रावजोत सिंह, गुरदीप सिंह धालीवाल व नरेंद्र सिंह शेरगिल।

भगवंत मान

भगवंत मान प्रख्यात कामेडियन हैं। मान ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत मनप्रीत बादल की पार्टी पंजाब पीपल्स पार्टी से की थी। बाद में मनप्रीत बादल ने पार्टी का विलय कांग्रेस में कर दिया था। इसके बाद मान ने आम आदमी पार्टी ज्वाइन कर ली थी और संगरूर से लोकसभा चुनाव लड़कर इसे जीता। पार्टी ने एक बार फिर उन पर विश्वास जताया है। मान केजरीवाल के नजदीकी माने जाते हैं।

डॉ. रावजोत सिंह

आप ने होशियारपुर से डॉ. रावजोत सिंह को टिकट देकर एक बार फिर उन पर विश्वास जताया है। विधानसभा चुनाव में उन्हें शामचौरासी से टिकट दिया गया था। वह दूसरे नंबर पर रहे थे। वह कांग्रेस के पवन आदिया से तकरीबन 5000 वोट से हारे थे। मुख्य रूप से डॉक्टरी पेशे से जुड़े रावजोत ने आप में ही शामिल होकर राजनीति की शुरुआत की थी। पिछले लोकसभा चुनाव में भी वह टिकट के दावेदार थे, लेकिन टिकट की बाजी मारने में यामिनी गोमर कामयाब हुई थीं। यामिनी को हार का मुंह देखना पड़ा था। इसके बाद विधानसभा चुनाव से पहले यामिनी गोमर कांग्रेस में शामिल हो गईं थीं।

chat bot
आपका साथी