94 फीसद स्टूडेंट्स इंटरनेट पर हर ऑनलाइन पढ़ाई प्लेटफार्म का ले रहे लाभ

लॉकडाउन में किताबों के महत्व पर पंजाब यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर सोशल वर्क विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर गौरव गौड़ ने किया सर्वे।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Jul 2020 07:05 PM (IST) Updated:Wed, 29 Jul 2020 06:11 AM (IST)
94 फीसद स्टूडेंट्स इंटरनेट पर हर ऑनलाइन पढ़ाई प्लेटफार्म का ले रहे लाभ
94 फीसद स्टूडेंट्स इंटरनेट पर हर ऑनलाइन पढ़ाई प्लेटफार्म का ले रहे लाभ

वैभव शर्मा, चंडीगढ़ : लॉकडाउन में किताबों के महत्व पर पंजाब यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर सोशल वर्क विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर गौरव गौड़ ने एक सर्वे किया है। अप्रैल माह में हुए सर्वे में गौरव के साथ एमसीएम कॉलेज-36 रिसर्च सेंटर की सीनियर असिस्टेंट प्रोफेसर कोमिल त्यागी और पीजीआइ के सामुदायिक चिकित्सा और स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ विभाग की साइंटिस्ट डॉ. मीनाक्षी शर्मा ने उनका साथ दिया। सर्वे की थीम रीडरशिप अमांग कॉलेज स्टूडेंट्स डियूरिग कोविड-19 लॉकडाउन रखी गई थी। गौरव ने बताया कि 94 फीसद स्टूडेंट्स इंटरनेट पर हर ऑनलादन पढ़ाई के प्लेटफार्म का प्रयोग कर रहे है। 55 फीसद लड़कियां कर रही है ऑनलाइन पढ़ाई

सर्वे में पता चला है कि लड़कों के मुकाबले 55 फीसद लड़कियां ऑनलादन पढ़ाई में निरंतर रूप से हिस्सा ले रही हैं। वहीं देश में 60 फीसद स्टूडेंट्स ऐसे है जो पहली बार ऑनलाइन या इंटरनेट पर पड़े कंनेंट से पढ़ाई कर रहे है। 84 फीसद स्टूडेंट्स 18 से 23 वर्ष के

सर्वे में उत्तर भारत के शहरों से 18 से 23 वर्ष के बच्चों ने हिस्सा लिया। इस उम्र के बच्चों की भागीदारी फीसद 84 था। सर्वे में भाग लेने वाले 690 स्टूडेंट्स में से 73 फीसद स्टूडेंट्स ग्रेजुएट थे, 18 फीसद स्टूडेंट्स ऐसे थे जो पोस्ट ग्रेजुएट कर रहे हैं और नौ फीसद स्टूडेंट्स ऐसे थे जो पीएचडी कर रहे हैं। उसके अलावा 24 फीसद स्टूडेंट्स ऐसे रहे जो इंटरनेट से कोविड-19 से जुड़े सभी आर्टिकल पढ़ रहे हैं। सर्वे में यह मुख्य बाते आई सामने

- 690 में से 565 प्रतिभागियों ने सर्वे में लिया हिस्सा

- 81.8 फीसद बच्चों ने दिया सर्वे को रिस्पांस

- 38.41 फीसद स्टूडेंट्स ने कहा कि वह घर पर बैठ किताबें पढ़ रहे हैं

- 33.27 फीसद स्टूडेंट्स का कहना, जो भी इंटरनेट पर रेंडमली मिल रहा है उसे पढ़ रहे हैं

- 24 फीसद स्टूडेंट्स इंटरनेट पर कोविड-19 से जुड़े आर्टिकल पढ़ रहे हैं

- चार फीसद स्टूडेंट्स का कहना उन्हें पढ़ाई करना नहीं लगता अच्छा

- 57.3 फीसद स्टूडेंट्स ने कहा-वह घर पर रह हैं खुश

- 17.1 फीसद स्टूडेंट्स का कहना उन्हें घर पर रहना नहीं लग रहा अच्छा

- 19.1 फीसद स्टूडेंट्स ने कहना कि उन्हें कोई फर्क नहीं पढ़ रहा है

- 6.37 फीसद स्टूडेंट्स घर पर रहने से है मायूस

- 5.8 फीसद स्टूडेंट्स इंटरनेट पढ़ाई में नहीं ले रहे हिस्सा

- 94 फीसद स्टूडेंट्स इंटरनेट पर हर ऑनलाइन पढ़ाई प्लेटफार्म का ले रहे लाभ

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