कोरोना के बीच 25 पशुपालकों ने लिया पशु किसान क्रेडिट कार्ड

योजना पशु किसान क्रेडिट कार्ड (पीकेसीसी) की चंडीगढ़ में शुरुआत हो गई है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Sep 2020 07:01 PM (IST) Updated:Tue, 22 Sep 2020 05:08 AM (IST)
कोरोना के बीच 25 पशुपालकों ने लिया पशु किसान क्रेडिट कार्ड
कोरोना के बीच 25 पशुपालकों ने लिया पशु किसान क्रेडिट कार्ड

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : भारत सरकार की महत्वकांक्षी योजना पशु किसान क्रेडिट कार्ड (पीकेसीसी) की चंडीगढ़ में शुरुआत हो गई है। सोमवार को 25 पशुपालकों को पहली बार यह कार्ड वितरित किए गए। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने किसान क्रेडिट कार्ड सुविधा को एनिमल हसबेंड्री एंड फिशरीज तक बढ़ाया है। चंडीगढ़ एनिमल हसबेंड्री डिपार्टमेंट ने स्कीम को लागू करते हुए 527 पशुपालकों का चयन किया था। जिनके आवेदन बैंकों को भेजे गए थे। इनमें से 208 केस अभी तक सेंक्शन हो चुके हैं। सोमवार को इन्हीं में से 25 पशुपालकों को खुड्डा लाहौरा और मलोया में एनिमल हसबेंड्री सेक्रेटरी संजय कुमार झा ने पीकेसीसी वितरित किए। डिपार्टमेंट के अधिकारियों और स्टाफ ने पशुपालकों तक पहुंचकर उन्हें इस स्कीम के फायदे बताए। सभी 1380 पशुपालकों में से 527 को कवर किया गया। बाकी को भी प्रोत्साहित किया गया। इस कार्ड से गाय के लिए 44 हजार और भैस के लिए 61 हजार रुपये का लोन लिया जा सकता है। वह भी केवल चार प्रतिशत के ब्याज पर मिलेगा। इस कार्ड से कोई भी पशुपालक 1.60 लाख रुपये का लोन ले सकता है, वह भी बिना किसी सिक्योरिटी दिए। संजय झा ने कहा कि इस महामारी के दौर में यह पशुपालक किसानों को बड़ी राहत देगा। पंजाब नेशनल बैंक चंडीगढ़ का लीडिग बैंक है। 20 और बैंक भी इस स्कीम में शामिल हैं। झा ने कहा कि पशुपालक भारत सरकार की पीकेसीसी और नेशनल एनीमल डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम का निशुल्क लाभ उठा सकते हैं। इसमें डिपार्टमेंट पशु पालकों के पास खुद पहुंचकर वेक्सीनेशन करता है। पशुओं की टैगिग कर उसका डाटा इन्फर्मेशन नेटवर्क फॉर एनिमल प्रोडक्टिविटी एंड हेल्थ के तहत मेंटेन किया जा रहा है। छह किस्तों में मिलेगा लोन का पैसा

एनिमल हसबेंड्री डायरेक्टर तेजदीप सिंह सैनी, ज्वाइंट डायरेक्टर कंवरजीत सिंह और लीड बैंक मैनेजर अनिल यादव ने पशु पालकों को पीकेसीसी स्कीम के बारे में जागरूक किया। गाय और भैंस के लिए प्रति माह किस्त के हिसाब से लोन मिलेगा। गाय के लिए छह बराबर किस्त और भैंस के लिए सात किस्त में पैसा मिलेगा। जो 7336 से 8781 रुपये प्रतिमाह होगा। तेजदीप सिंह सैनी ने कहा कि डिपार्टमेंट की यह पहल 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने का लक्ष्य पूरा करवाएगी। नकदी मिलने से किसान बेहतर साइंटिफिक एनिमल हसबेंड्री प्रेक्टिस को अपनाने में सहयोग करेगी और प्रोडक्टिविटी को बढ़ाने में मदद करेगी।

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