ट्रैफिक पुलिस कर्मियों पर लगाया धक्केशाही का आरोप
शहर में ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू करने में जहां ट्रैफिक पुलिस नाकाम हो रही हैं।
जासं, बठिडा : शहर में ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू करने में जहां ट्रैफिक पुलिस नाकाम हो रही हैं, वही ट्रैफिक पुलिस ट्रैफिक को सुचारू करने की बजाए सड़क किनारे गलत पार्क की गाड़ियों को उठाने व जुर्माना वसूल करने तक ही सीमित हो रहे हैं। इसमें मनमर्जी के साथ चालान काटने और गाड़ियों को टो कर उठाने के बाद समाजसेवी संस्था नौजवान वैल्लफेयर सोसायटी ने इसका विरोध किया है। संस्था के प्रधान सोनू महेश्वरी ने पहले मित्तल माल के सामने साईड और ठहरे वाहनों के चालान करने और अब आर्य समाज चौक में पार्क के साथ सड़क पर रूकी गाड़ियों को भी टो करके भारी भरकम जुर्माना लाने का विरोध कर मामला सोशल मीडिया में वायरल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बठिडा ट्रैफिक पुलिस ऐसा कर शहर में दादागिरी कर रही है। आर्य समाज चौक में शहीद भगत सिंह-राजगुरू सुखदेव के पार्क के साथ सड़क से पांच फुट साइड और ठहरीं गाड़ी को ट्रैफिक पुलिस कर्मचारी टो करके ले जाते हैं और हजारों रुपये जुर्माना लगाकर लोगों के साथ धक्केशाही कर रहे हैं, जबकि वह गाड़ी बिल्कुल साइड में खड़ी होती है। इससे किसी तरह का ट्रैफिक नहीं रूक रहा था। यहां सड़क में एक तरफ बिजली ट्रांसफार्मर वाले खंभे लगे हैं। दूसरे तरफ डस्टबिन लगा है और एक तरफ पार्क को जाने वाली सीढि़यों की पाइपें लगी हैं, लेकिन ट्रैफिक पुलिस दिन में चार चक्कर लगाकर वहां पर खड़ी गाडि़यों को टो कर रहे हैं जोकि शहर के हर क्षेत्र में गलत पार्क कर खड़ी गाडि़यां ट्रैफिक पुलिस मुलाजिमों को दिखाई नहीं देती है। इससे साबित होता है कि पुलिस मुलाजीम सरेआम धक्केशाही कर रहे हैं। सोनू महेश्वरी ने बताया कि इस बारे में कई बार पुलिस आधिकारियों को भी शिकायत की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि दुकानदारों और ट्रैफिक पुलिस मुलाजिमों की धक्केशाही के शिकार लोगों के सहयोग के साथ वह इस तरह की मुहिम को बंद कराने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। आर्य चौक के पास वाहन पार्किग की जगह नहीं : इकबाल सिंह जिला ट्रैफिक इंचार्ज इंस्पेक्टर इकबाल सिंह का कहना है कि आर्य समाज चौक के आसपास वाहन खड़े करने की जगह ही नहीं है। अगर कोई भी व्यक्ति अपना वाहन खड़ा करता है तो वहां पर ट्रैफिक समस्या बढ़ जाती है। इसके चलते वहां पर खड़े वाहनों को टो कर लिया जाता है। वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था करवाने की जिम्मेदारी नगर निगम की है। उनका काम केवल ट्रैफिक को सुचारू ढंग से चलाना है।