पीआरटीसी के कच्चे मुलाजिमों ने बसों में माइक लगाकर किया प्रदर्शन
पीआरटीसी के कचे मुलाजिमों की ओर से बुधवार को पंजाब सरकार के खिलाफ बसों में माइक लगाकर प्रदर्शन किया गया।
जागरण संवाददाता, बठिडा: पीआरटीसी के कच्चे मुलाजिमों की ओर से बुधवार को पंजाब सरकार के खिलाफ बसों में माइक लगाकर प्रदर्शन किया गया। मुलाजिमों ने आरोप लगाया कि बसों में महिलाओं के लिए सफर फ्री करना निजी ट्रांसपोर्ट को कामयाब करने का तरीका है, जिसको किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। साथ ही कच्चे मुलाजिमों को पक्का करने की भी मांग की गई।
पीआरटीसी व पनबस कांट्रैक्ट मुलाजिम यूनियन के प्रधान गुरसिकंदर सिंह ने बताया कि बेशक पंजाब सरकार ने एक अप्रैल से महिलाओं के लिए बसों में किराया माफ कर दिया है, जो एक बहुत ही बढि़या कदम है। मगर हालात तो यह हैं कि बसों में सफर करने वाली महिलाओं के सरकार द्वारा बिल पास बहुत ही कम किए जा रहे हैं, जिसके चलते प्राइवेट बसों को ही फायदा पहुंचेगा। अगर पीआरटीसी को पैसे नहीं मिले तो वह बंद होने के कगार पर पहुंच जाएगी, जिसका सीधा-सीधा असर प्राइवेट ट्रांसपोर्ट पर देखने को मिलेगा। इसके अलावा उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कोरोना के कारण बेशक सरकार ने भीड़ कम करते हुए बसों में 25 सवारियां ही लेकर जाने के आदेश दिए हैं, लेकिन प्राइवेट ट्रांसपोर्ट वाले किसी भी आदेश को मान नहीं रहे हैं। पूरी सवारियों के साथ ही निजी बसों को चलाया जा रहा है। सफाई सेवकों ने नथाना पंचायत के प्रधान को दी धमकी सफाई सेवक यूनियन पंजाब के उपप्रधान बिंटू राम रामपुरा, महासचिव सोनी सिंह, सहायक सचिव सुखदीप सिंह, स्थानीय इंद्रजीत सिंह की अगुआई में वफद ने नगर पंचायत नथाना के प्रधान सुखमंदर सिंह से मीटिग की। कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगें नहीं मानती, वे काम पर नहीं लौटेंगे। इसलिए अपने तौर पर सफाई का काम बंद कराया जाए। साथ ही प्रधान सुखमंदर सिंह को सीधे शब्दों में धमकी दी कि अगर उन्होंने सफाई व्यवस्था के प्रबंध बंद न किए तो कूड़ा लाकर उनके दफ्तर में फेंक देंगे। साथ ही नगर पंचायत नथाना के दफ्तर में मुर्दा जानवर लाकर फेंक देंगे।
इस मौके पर सुखमंदर सिंह ने कहा कि बाबा कालूनाथ जी की नगरी को साफ-सुथरा रखना उनकी नैतिक जिम्मेवारी है। वह किसी और को इसे गंदा करने की इजाजत नहीं देंगे। सफाई कर्मचारी ठेकेदार के पास काम करते हैं। सरकार मांगें मान ले तो उन्हें पूरा लाभ दिया जाएगा।