सेहत विभाग ने 11 क्विंटल चमचम व रसगुल्ले करवाए नष्ट

सिविल सर्जन डा.तेजवंत सिंह ढिल्लों द्वारा दिए गए निर्देश के अनुसार मंगलवार को सेहत विभाग की फूड सेफ्टी टीम ने खाद्य पदार्थ व मिठाइयों की दुकानों की चेकिग की।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 10:00 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 10:00 PM (IST)
सेहत विभाग ने 11 क्विंटल चमचम व रसगुल्ले करवाए नष्ट
सेहत विभाग ने 11 क्विंटल चमचम व रसगुल्ले करवाए नष्ट

जासं,बठिडा: सिविल सर्जन डा.तेजवंत सिंह ढिल्लों द्वारा दिए गए निर्देश के अनुसार मंगलवार को सेहत विभाग की फूड सेफ्टी टीम ने खाद्य पदार्थ व मिठाइयों की दुकानों की चेकिग की। इस दौरान टीम ने मौके पर ही करीब 11 क्विटल पिक रंग की चमचम व रसगुल्ले नष्ट करवाए। इसके अलावा विभिन्न स्थानों से गुलाब जुमान, मोटी बूंदी के लड्डू, आटे के बिस्कुट, कद्दू और देसी घी के भी सैंपल लिए गए।

उन्होंने दुकानदारों को केवल गुणवत्ता वाले खाद्य पदार्थों को बेचने की भी अपील की। साथ ही कहा कि चेकिग के दौरान यदि कोई मिलावटी वस्तु पाई जाती है तो दुकानदार के खिलाफ उचित विभागीय कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने दुकानदारों से कहा कि वे कोरोना को लेकर सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करें। इसके तहत मास्क का प्रयोग किया जाए, सामाजिक दूरी का पालन किया जाए और हाथों की साफ-सफाई का ध्यान रखा जाए। जिले में अब तक डेंगू के 1837 मरीजों की पुष्टि सिविल सर्जन डा. तेजवंत सिंह ढिल्लों ने बताया कि जिले में लगातार बढ़ रहे डेंगू केसों को कंट्रोल करने के लिए जिले में एंटी लारवा और सर्वेक्षण की टीमें शहर के विभिन्न क्षेत्रों में डेंगू मच्छरों के लारवा की जांच में जुटी हुई है। उन्होंने बताया कि अब तक बठिडा जिले में 1837 डेंगू मामलों की पुष्टि हुई है और 3557 संदिग्ध मामलों का परीक्षण किया गया है। इनमें से डेंगू के 1312 मरीज ठीक हो चुके हैं।

वीरवार को जिला परिवार कल्याण अधिकारी डा. गुरदीप सिंह और जिला मलेरिया अधिकारी डा. गुरकीरत सिंह सिद्धू ने अमरपुरा बस्ती में डेंगू सर्वे टीम की जांच की। उन्होंने बताया कि जिले में कुल 20 टीम सर्वे का काम कर रही हैं। उन्होंने डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में डेंगू का निरीक्षण किया। इस दौरान खाली और खड़े क्षेत्रों में डेंगू के लारवा पाए गए, जिन्हें मौके पर ही नष्ट कर दिया गया। उन्होंने आम जनता से डेंगू के मच्छरों को फैलने से रोकने के लिए सप्ताह में एक दिन शुक्रवार को अपने घरों में इस्तेमाल होने वाले कूलर की सफाई करने की अपील की। उन्होंने कहा कि डेंगू का मच्छर ठहरे हुए साफ पानी, कूलर, फ्रिज ट्रे, गमलों और टायरों में खड़े पानी में पैदा होता है। टैंकों को ढककर रखना चाहिए, ताकि डेंगू का मच्छर उसमें अंडे न दे सके और उसके प्रजनन को नियंत्रित किया जा सके। बुखार होने पर तुरंत रक्त परीक्षण कराएं और इलाज के लिए नजदीकी स्वास्थ्य संस्थान से संपर्क करें।

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