चाइल्ड लाइन 1098 लेगी अनाथ बच्चों की जिम्मेदारी

कोरोना संक्रमण के कारण मर चुके या अस्पतालों में भर्ती माता-पिता के छोटे बच्चों को संभालने की जिम्मेदारी तय कर दी गई है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 09:46 PM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 09:46 PM (IST)
चाइल्ड लाइन 1098 लेगी अनाथ बच्चों की जिम्मेदारी
चाइल्ड लाइन 1098 लेगी अनाथ बच्चों की जिम्मेदारी

संस, बठिडा: कोरोना संक्रमण के कारण मर चुके या अस्पतालों में भर्ती माता-पिता के छोटे बच्चों को संभालने की जिम्मेदारी सामाजिक सुरक्षा, स्त्री व बाल विकास विभाग ने हर प्रदेश में जिला स्तर पर तैनात जिला बाल सुरक्षा अधिकारी चाइल्ड लाइन 1098 को दी है। इस संबंधी आदेश जारी कर दिए गए हैं। इसके तहत जरूरतमंद बच्चों की सूचना मिलते ही चाइल्ड लाइन की टीम खुद वहां पहुंच कर संबंधित थाने से रिपोर्ट प्राप्त करेगी। कोरोना टेस्ट के बाद बच्चों को सरकार से मान्यता प्राप्त बाल घर पहुंचाएंगे।

जिला बाल सुरक्षा अधिकारी रवनीत कौर सिद्धू ने बताया कि बाल घर प्रबंधकों को भी एकांतवास केंद्र स्थापित करने के लिए कहा गया है ताकि ऐसे बच्चों को बाल घरो में पहले रहते बच्चों से कुछ दिन दूरी बनाकर रखा जा सके। सरकार की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि कोरोना महामारी की लपेट में आकर मरने वाले लोगों के बच्चे एक तरह से बेसहारा हो रहे हैं। ऐसे हालात का सामना कर रहे बच्चों को गलत हाथों व गैर कानूनी गोद नहीं दिया जा सकता। विभाग ने सख्त चेतावनी दी है कि माता-पिता की मौत के उपरांत कोई भी वारिस या रिश्तेदार किसी भी बच्चे को अपने स्तर पर गोद नहीं लेगा। ऐसा करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी। गोद लेने के लिए बाल भलाई कमेटी के जरिए केंद्र सरकार की वेबसाइट पर संपर्क करना होगा। इंटरनेट मीडिया पर आ रहे थे बच्चों को गोद देने के मेसेज

दरअसल, कुछ दिन से इंटरनेट मीडिया पर मेसेज आ रहे हैं कि कोरोना से माता-पिता की मौत के बाद बच्चे बेसहारा हो गए हैं। उनको गोद देना है। यह पूरी तरह से गैर कानूनी है। अगर किसी भी व्यक्ति को ऐसे बच्चे संबंधी जानकारी मिलती है तो वह जिला बाल सुरक्षा दफ्तर में संपर्क कर सकता है।

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