ट्रक के नीचे आकर युवक की मौत, परिजनों ने जाम किया ट्रैक

गोनियाना मंडी में भाई जगता जी गुरुद्वारा के  पास  एक बाइक सवार छात्र को ट्रक ने कुचल दिया। इससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। घटना का पता चलते ही नौजवान सोसायटी के वर्कर मौके पर पहुंचे और लाश को पोस्टमार्टम करवाने के लिए सरकारी अस्पताल ब¨ठडा पहुंचाया। युवक गोनियाना मंडी के सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में 11 वीं का छात्र था।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Mar 2018 03:04 AM (IST) Updated:Fri, 23 Mar 2018 03:04 AM (IST)
ट्रक के नीचे आकर युवक की मौत, परिजनों ने जाम किया ट्रैक
ट्रक के नीचे आकर युवक की मौत, परिजनों ने जाम किया ट्रैक

संसू गोनियाना मंडी : गोनियाना मंडी के टिकाना भाई जगता जी के पास सरकारी प्राइमरी स्कूल के पास से मोटरसाइकिल पर सवार दो युवकों को तेज रफ्तार आ रहे स्पैशल पर लगे एक ट्रक ने टक्कर मार दी। इससे मोटरसाइकिल पर पीछे बैठे 18 वर्षीय लड़के शेखर कुमार पुत्र कृष्ण कुमार निवासी वार्ड नंबर 1 गुरु नानकपूरा मोहल्ला की ट्रक के तले कुचले जाने से मौके पर ही मृतु हो गई। मोटरसाइकिल चालक के चोटें लगी। घटना स्थल पर पहुंचे थाना नेहियांवाला के चौक इंचार्ज बूटा ¨सह अपनी टीम के साथ  पहुंचे  और उन्होंने बताया कि ट्रक ड्राइवर संदीप ¨सह पुत्र हरबंस ¨सह निवासी हररायपुर को काबू कर धारा 279, 337, 304ए,427 के तहत मुकदमा दर्ज कर अगली कारवाई शुरू कर दी है। 

दूसरी तरफ मृतक की लाश को नोजवान वेलफेयर सुसाइटी ब¨ठडा ने पुलिस प्रशाशन की मदद से ब¨ठडा के सिविल अस्पताल में पोस्मार्टम के लिए भेज दिया।मृतक के परिजनों और समूह भाइचारे ने रोष जताते रेलवे फाटक के पास धरना लगा ट्रक ठेकेदार के खिलाफ नारेबाजी की ।परिजनों ने आरोप लगाया कि न तो ट्रक के ठेकेदार और न ही कोई उनका कर्मचारी उनके पास दुख सांझा करने आया। उन्होंने आरोप लगाया कि वे हादसे के बावयूद उनकी ओर से काम जारी रखा और ट्रक को भरते रहे। इससे गुस्साए लोगों ने फाटक के पास आकर रोष प्रदर्शन किया और ट्रैक पर धरना देकर यातायात बंद कर दिया।

गाड़ी  नंबर 19224 जमू अहमदाबाद आने के समय परिजनों और समूह भाईचारे ने रेलवे ट्रैक पर जाम लगा गाड़ी को रोका। इसके कारण तकरीबन एक घंटा ट्रेन प्लेटफॉर्म पर ही रुकी रही और यात्रियों को परेशान होना पड़ा। प्रशासन द्धारा कार्रवाई का आश्वासन देने पर ही ट्रैक को खाली किया गया। भले ही प्रदर्शनकारियों ने एक बार ट्रेन को जाने दिया लेकिन खबर लिखे जाने तक उनका रोष प्रदर्शन जारी था।

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