पराली के धुएं में छिप गई सरकार की तीसरी आंख

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By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Nov 2018 05:23 PM (IST) Updated:Mon, 19 Nov 2018 05:23 PM (IST)
पराली के धुएं में छिप गई सरकार की तीसरी आंख
पराली के धुएं में छिप गई सरकार की तीसरी आंख

संवाद सहयोगी, बरनाला : सोमवार को अज्ञात किसान द्वारा बरनाला-संघेड़ा रोड़, एसएसडी कॉलेज के नजदीक अपने खेतों में पराली को आग लगा दी, जिसका धुआं शाम तक सेटेलाइट पकड़ नहीं पाई। प्रदेश सरकार द्वारा पराली को आग लगाने से पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड व नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेशों के अनुसार मना किया गया है, परंतु जिला बरनाला में किसान नियमों के उल्लंघना को लेकर बिना किसी प्रवाह के धड़ल्ले से पराली को आग लगा रहे हैं, बेशक जिला प्रशासन अपनी कार्रवाई करते हुए पराली को आग लगाने को लेकर चालान काट रहा है, परंतु किसानों को चालान से कोई फर्क ही नहीं पड़ रहा है। जबकि 25 अक्टूबर से शुरू हुई पराली की आग दिन प्रतिदिन बढ़ती जारही है।

गौरतलब हो कि बरनाला-संघेड़ा रोड़, एसएसडी कॉलेज के नजदीक सुबह ही किसान द्वारा आग लगा दी गई, परंतु शाम तक उक्त मामले पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई। इस बारे मे एसडीएम संदीप कुमार ने कहा कि उनके द्वारा सर्कल अधिकारियों की ड्यूटी विभिन्न क्षेत्रों में पराली को आग के मामले में लगाई गई है, जिनके साथ एक पुलिस कर्मचारी तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि सर्कल अधिकारियों द्वारा पराली मामले में की जाने वाली कार्रवाई की शाम को रिपोर्ट आती है, अगर कोई भी किसान पराली जलाएगा तो किसी भी किसान को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि हर किसान का चालान काटा जा रहा है,अगर किसी का चालान आज नहीं काटा गया तो उसका कल काटा जाएगा।

डीसी बरनाला धर्मपाल गुप्ता ने कहा कि पराली जलाने के मामले में किसानों पर कार्रवाई का मतलब उन्हें कोई सजा देना नहीं जा उनका नुकसान करना नहीं। पराली जलाने से जहां वायु प्रदूषण फैल रहा है, वही खांसी, जुकाम व दमा के मरीजों की परेशानियां बढ़ रही है। इसलिए आओ हम सब मिलकर पराली को न जला कर शुद्ध पर्यावरण बनाएं।

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