बरनाला ने खाई मुंह की, 65 पायदान उतर सबसे नीचे पहुंचा

संवाद सहयोगी बरनाला केंद्र सरकार के स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत अभियान के तहत नगर कौंसिल ने कार्रवाई की।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 20 Aug 2020 10:19 PM (IST) Updated:Fri, 21 Aug 2020 06:12 AM (IST)
बरनाला ने खाई मुंह की, 65 पायदान उतर सबसे नीचे पहुंचा
बरनाला ने खाई मुंह की, 65 पायदान उतर सबसे नीचे पहुंचा

संवाद सहयोगी, बरनाला :

केंद्र सरकार के 'स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत' अभियान के तहत नगर कौंसिल, नगर पंचायत, नगर निगम तथा नगर परिषद के अधीन आने वाले क्षेत्रों में स्वच्छता बनाए रखने के लिए अभियान चलाया था, जिसके तहत स्वच्छता सर्वेक्षण में शहरों को ईनाम देना शुरू किया गया। स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में फिर से नगर कौंसिल बरनाला पंजाब के अंतिम पायदान पर पहुंच 317 रैंक हासिल किया। गौर हो कि नगर कौंसिल बरनाला स्वच्छता सर्वेक्षण में विगत वर्ष के मुकाबले में 65 रैंक पीछे चला गया है।

गौर हो कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2017 में नगर कौंसिल बरनाला का 284वां रैंक आया था। स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 में नगर कौंसिल बरनाला का 316वां रैंक आया था। स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 में नगर कौंसिल बरनाला का 253वां रैंक आया था। लेकिन स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में नगर कौंसिल बरनाला का 317वां रैंक आया है। नगर कौंसिल बरनाला विगत वर्ष से भी पीछे चला गया है।

नगर कौंसिल के सेनेटरी इंस्पेक्टर अंकुश सिगला ने बताया कि स्टार ग्रेड के लिए अंतिम तारीख के कारण अप्लाई नहीं हो पाया। जिस कारण रैंक में कमी आई है। इसके साथ इस बार 14 ई-रिक्शा गीला व सूखा कचरा के लिए नगर कौंसिल बरनाला द्वारा खरीदे गए है व कई अन्य साधन भी खरीदें जाएंगे।

शहर के पक्का कॉलेज रोड, पंजाब एंड सिद्ध बैंक, डॉ. सिधाना स्ट्रीट, सेखा रोड, संता वाली गली, 22 एकड़, एसडी कॉलेज समक्ष समेत विभिन्न जगहों पर ओपन डंप बने हैं। इसके साथ ई-रिक्शा में गीला व सूखा की जगह हर प्रकार का कचरा डाला जा रहा है। लोग भी करें सहयोग : संजीव

नगर कौंसिल के साबका प्रधान संजीव शोरी ने कहा कि सर्वेक्षण में अव्वल लाने के लिए लोगों को भी सहयोग करना चाहिए। वहीं नगर कौंसिल द्वारा कूड़ा उठाने के बाद लोगों को गंदगी नहीं फैलानी चाहिए। पहले नहीं किया गया प्रयास : मक्खन शर्मा

नगर कौंसिल बरनाला के साबका प्रधान व नगर सुधार ट्रस्ट के चेयरमैन मक्खन शर्मा ने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण में चार साल से ही नगर कौंसिल को कोई रैंक नहीं मिला है व हर बार पिछड़ा है। पांच साल नगर कौंसिल के प्रधान रहे शिअद नेता संजीव शोरी द्वारा कोई प्रयास दिखाई नहीं दिया, जहां तक की साल में होने वाली 12 बैठक भी नहीं की गई। सर्वेक्षण में पिछड़ने का कारण नगर कौंसिल प्रधान की लापरवाही व अधिकारियों की बेपरवाही है। संसाधन जुटाने की जरूरत : लुबी

कांग्रेस के वरिष्ट नेता एडवोकेट राजीव गुप्ता लुबी ने कहा कि नगर कौंसिल को शहर में गंदगी उठाने के लिए उचित संसाधन जुटाने चाहिए व शहर से गंदगी उठा स्वच्छता रखना चाहिए। ओपन डंप लगा रहे दाग : कंता

शिअद के जिला प्रधान कुलवंत सिंह कंता ने कहा कि शहर में लगे ओपन डंप भी सर्वेक्षण में पिछड़ने का कारण है। नगर कौंसिल अपनी सुविधा के लिए शहर में ओपन डंप बना रहा है। केंद्र सरकार के स्वच्छता अभियान को नगर कौंसिल को भाग लेकर लोगों को गंदगी से राहत प्रदान करनी चाहिए।

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