चार साहिबजादों के शहीदी दिवस पर लंगर लगाया

श्री गुरु गोबिद सिंह जी के चार साहिबजादों के शहीदी दिवस को सिख संगत ने लंगर लगाया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 27 Dec 2020 11:55 PM (IST) Updated:Mon, 28 Dec 2020 07:54 AM (IST)
चार साहिबजादों के शहीदी दिवस पर लंगर लगाया
चार साहिबजादों के शहीदी दिवस पर लंगर लगाया

संवाद सहयोगी, बरनाला : श्री गुरु गोबिद सिंह जी के चार साहिबजादों के शहीदी दिवस को सिख संगत ने श्रद्धा से मनाया जा रहा है। वहीं शहीदी दिवस को लेकर श्री अखंड पाठ आयोजित किए जा रहे है, ताकि नई पीढ़ी को शहीदी दिवस का महत्व बताया जा सके। इस अवसर पर सैकड़ो की संख्या में सिख संगत उपस्थित हुए। वहीं शहर में अलग अलग जगह पर राहगीरों के लिए लंगर लगाया गया। बरनाला में गुरुद्वारा कलगीधर साहिब बरनाला के सरदारी फार एवर क्लब, भाई जीता सिंह मार्केट, सदर बाजार, रिक्शा यूनियन द्वारा संगत के लिए अटूट लंगर चलाया गया। जिसमें सैकड़ो राहगीरों द्वारा प्रसाद लिया गया। इसी प्रकार गुरुद्वारा गुरुनानकपूरा साहिब अग्रसेन चौक बरनाला में श्री सुखमनी साहिब जी के पाठ आयोजित किए गए व श्रद्धालुओं के लिए लंगर चलाया गया।

उधर फतेहगढ़ साहिब में श्री गुरु गोबिद सिंह जी के छोटे साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह, बाबा फतेह सिंह और माता गुजरी की महान शहादत को समर्पित 316वीं शहीदी सभा रविवार को वैरागमय नगर कीर्तन से संपन्न हो गई। नगर कीर्तन रविवार सुबह नौ बजे गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब से आरंभ हुआ। इससे पहले मूलमंत्र का पाठ किया गया और अरदास हेड ग्रंथी भाई हरपाल सिंह ने की। इसके बाद श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पावन स्वरूप को फूलों से सजी पालकी साहिब में सुशोभित किया गया। नगर कीर्तन के आगे गुरु की लाडली फौजें निहंग सिंह, विभिन्न स्कूलों के बच्चे, धार्मिक संस्थाओं के अलावा राजनीतिक पार्टियों के नेता सतनाम वाहेगुरु का जाप करते हुए चल रहे थे। लाखों की तादाद में संगत भी नगर कीर्तन के दर्शन पाने के लिए सड़कों पर उमड़ी। महान नगर कीर्तन बाद दोपहर करीब दो बजे गुरुद्वारा श्री ज्योति स्वरूप साहिब में संपन्न हुआ। वहां श्री अखंड पाठ साहिब की अरदास तख्त श्री केसगढ़ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघुवीर सिंह ने की। हुक्मनामा श्री दरबार साहिब अमृतसर के हेड ग्रंथी भाई जगतार सिंह ने पढ़ा।

फतेहगढ़ साहिब : श्री गुरु गोबिद सिंह जी के छोटे साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह, बाबा फतेह सिंह और माता गुजरी की महान शहादत को समर्पित 316वीं शहीदी सभा रविवार को वैरागमय नगर कीर्तन से संपन्न हो गई। नगर कीर्तन रविवार सुबह नौ बजे गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब से आरंभ हुआ। इससे पहले मूलमंत्र का पाठ किया गया और अरदास हेड ग्रंथी भाई हरपाल सिंह ने की। इसके बाद श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पावन स्वरूप को फूलों से सजी पालकी साहिब में सुशोभित किया गया। नगर कीर्तन के आगे गुरु की लाडली फौजें निहंग सिंह, विभिन्न स्कूलों के बच्चे, धार्मिक संस्थाओं के अलावा राजनीतिक पार्टियों के नेता सतनाम वाहेगुरु का जाप करते हुए चल रहे थे। लाखों की तादाद में संगत भी नगर कीर्तन के दर्शन पाने के लिए सड़कों पर उमड़ी। महान नगर कीर्तन बाद दोपहर करीब दो बजे गुरुद्वारा श्री ज्योति स्वरूप साहिब में संपन्न हुआ। वहां श्री अखंड पाठ साहिब की अरदास तख्त श्री केसगढ़ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघुवीर सिंह ने की। हुक्मनामा श्री दरबार साहिब अमृतसर के हेड ग्रंथी भाई जगतार सिंह ने पढ़ा।

फतेहगढ़ साहिब : श्री गुरु गोबिद सिंह जी के छोटे साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह, बाबा फतेह सिंह और माता गुजरी की महान शहादत को समर्पित 316वीं शहीदी सभा रविवार को वैरागमय नगर कीर्तन से संपन्न हो गई। नगर कीर्तन रविवार सुबह नौ बजे गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब से आरंभ हुआ। इससे पहले मूलमंत्र का पाठ किया गया और अरदास हेड ग्रंथी भाई हरपाल सिंह ने की। इसके बाद श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पावन स्वरूप को फूलों से सजी पालकी साहिब में सुशोभित किया गया। नगर कीर्तन के आगे गुरु की लाडली फौजें निहंग सिंह, विभिन्न स्कूलों के बच्चे, धार्मिक संस्थाओं के अलावा राजनीतिक पार्टियों के नेता सतनाम वाहेगुरु का जाप करते हुए चल रहे थे। लाखों की तादाद में संगत भी नगर कीर्तन के दर्शन पाने के लिए सड़कों पर उमड़ी। महान नगर कीर्तन बाद दोपहर करीब दो बजे गुरुद्वारा श्री ज्योति स्वरूप साहिब में संपन्न हुआ। वहां श्री अखंड पाठ साहिब की अरदास तख्त श्री केसगढ़ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघुवीर सिंह ने की। हुक्मनामा श्री दरबार साहिब अमृतसर के हेड ग्रंथी भाई जगतार सिंह ने पढ़ा।

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