हिदू नेता पर गोलियां चलाने वाला निकला गैंगस्टर का गुर्गा
दर्जनभर सुरक्षा कर्मियों के घेरे में रहने वाले हिदू नेता सुधीर सूरी पर नौ अप्रैल की रात गोलियां चलाने वाला नवतेज सिंह उर्फ नवी कुख्यात गैंगस्टर साबा फैजपुरा उर्फ डंगर का खास गुर्गा निकला।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : दर्जनभर सुरक्षा कर्मियों के घेरे में रहने वाले हिदू नेता सुधीर सूरी पर नौ अप्रैल की रात गोलियां चलाने वाला नवतेज सिंह उर्फ नवी कुख्यात गैंगस्टर साबा फैजपुरा उर्फ डंगर का खास गुर्गा निकला। हिदू नेता पर गोलियां चलने की संवेदनशील घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियां हरकत में आई तो उनके हाथ कई अहम सुराग लगे हैं। बताया जा रहा है कि पकड़े गए आरोपित नवतेज सिंह उर्फ नवी की गोलीकांड और इंटरनेट मीडिया पर हथियारों के प्रदर्शन वाली कई वीडियो खुफिया शाखा के हाथ लगी हैं। मामले से जुड़ा सारा खाका तैयार कर केंद्र सरकार के गृह विभाग के पास भेजा गया है।
जानकारी के मुताबिक बी डिवीजन थाने के अंतर्गत पड़ते सुल्तानविड रोड स्थित हबीब पुरा की गली नंबर दो में रहने वाला नवतेज सिंह उर्फ नवी गैंगस्टर साबा डंगर का काफी करीबी है। सुल्तानविड थाने की पुलिस ने नवतेज, साबा डंगर, मनजोत सिंह शैगी, दीपू सहित दर्जनभर आरोपितों के खिलाफ हड्डी तोड़ने की एफआइआर दर्ज की थी। पुलिस ने गैंगस्टर को गिरफ्तार कर लिया था लेकिन बाकियों को काबू नहीं कर सकी। इसके बाद नवतेज ने अपने साथियों के साथ नौ अप्रैल की रात मकबूलपुरा इलाके में हिदू नेता पर जानलेवा हमला करते हुए गोलियां चला दी थी। सूरी की सुरक्षा में तैनात गार्ड ने नवतेज सिंह, उसके साथी करणबीर सिंह, कुनाल को काबू कर लिया था जबकि दर्जनभर आरोपित फरार हैं। पीए के फूले हाथ-पांव
आरोप है कि सुल्तानविड रोड, तरनतारन रोड पर नवतेज नवी और उसके सथियों की तरफ से होने वाली गुंडागर्दी की वारदातों पर कार्रवाई करने वाली पुलिस टीम को एक बड़े नेता का पीए रोक लेता है। इलाके के लोग पीए से काफी परेशान हैं। बताया जा रहा है अपने आका की जीत के लिए पीए अब गैंगस्टर्स का सहारा लेने लगा है। पीए नए लड़कों की तलाश में रहता है, जो उसकी एक आवाज पर गुंडागर्दी पर उतारू हो जाएं, लेकिन हिदू नेता पर गोली चलने के बाद सुरक्षा एजेंसियां के एक्टिव होने से पीए के हाथ-पांव फूल चुके हैं। घटना के बाद पीए भी भूमिगत है। पीएम और सीएम से की शिकायत
उधर, हिदू नेता सुधीर सूरी ने बताया कि उन्होंने हमले की जानकारी पीएम नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह से की है। उन्होंने मांग की है कि आरोपितों के हथियार लाइसेंस रद किए जाएं।