11 हजार से ज्यादा सेनेटरी पैड के पैकेट पहुंचाएं स्लम क्षेत्रों में

अमृतसर कोरोना वायरस के खिलाफ युद्ध में डटे योद्धाओं में एक नाम एसीपी डा. रिचा अग्निहोत्री का भी है। क‌र्फ्यू के दौरान जहां कोई व्यक्ति घर से बाहर नहीं निकल सकता था उन्होंने गरीब महिलाओं की मुश्किल को समझते हुए हजारों की संख्या में सैनेटरी पैड उन तक पहुंचाए।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 27 Apr 2020 12:03 AM (IST) Updated:Mon, 27 Apr 2020 06:04 AM (IST)
11 हजार से ज्यादा सेनेटरी पैड के पैकेट पहुंचाएं स्लम क्षेत्रों में
11 हजार से ज्यादा सेनेटरी पैड के पैकेट पहुंचाएं स्लम क्षेत्रों में

नवीन राजपूत, अमृतसर : कोरोना वायरस के खिलाफ युद्ध में डटे योद्धाओं में एक नाम एसीपी डॉ. रिचा अग्निहोत्री का भी है। क‌र्फ्यू के दौरान उन्होंने गरीब महिलाओं की मुश्किलों को समझते हुए हजारों की संख्या में सेनेटरी पैड उन तक पहुंचाए। वह पिछले बीस दिन से महिलाओं को 11 हजार से ज्यादा सेनेटरी पैड के पैकेट बांट चुकी है।

एसीपी रिचा अग्निहोत्री ने बताया कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए छेड़ी गई जंग में शहर के लोगों का पुलिस को सहयोग मिल रहा है। पुलिस भी लोगों की जरूरतों को समझते हुए राशन और अन्य सामान पहुंचा रही है। क‌र्फ्यू के पहले दिन से ही वह टीम के साथ गरीब परिवारों तक राशन की किट्स, सब्जियां, दवाएं और पका हुआ खाना पहुंचा रही है। लोगों के सहयोग से ही कोरोना को हराया जा सकता है, अगर लोग पुलिस और सरकार का साथ नहीं देते तो इतने बड़े देश में कोरोना काफी बढ़ सकता था।

महिलाओं के लिए बनी वरदान

एसीपी रिचा अग्निहोत्री मेडिकल स्टूडेंट भी रह चुकी हैं। उनके करीबियों ने बताया कि जब वह मोहकमपुरा, इंद्रा कॉलोनी, 88 फुटी रोड के अलावा अन्य इलाकों में गरीब परिवारों को राशन बांट रही थीं, तब कई बीमार महिलाएं भी मिलीं। जो बंद के कारण डॉक्टर या फिर अस्पताल नहीं जा पा रही थी। एसीपी रिचा अग्निहोत्री ने उनकी जांच की और दवाएं भी मंगवाकर दीं। एसीपी ने कई जगहों पर बच्चों की केक, चॉकलेट और कोल्ड ड्रिक्स की फरमाइश को भी पूरा किया।

घरों में रहने की अपील

एसीपी रिचा अग्निहोत्री ने लोगों से अपील की है कि कोरोना को मात देने के लिए घरों में रहें। पुलिस सड़कों पर और डॉक्टर अस्पताल में कोरोना को हराने के लिए लगे हैं। किसी भी शहरवासी को किसी सामान की जरूरत पड़ती है तो प्रशासन द्वारा जारी किए गए हेल्प लाइन नंबर पर फोन किया जा सकता है। उन्होंने समाज सेवी संस्थाओं से भी आह्वान किया है कि जरूरतमंद परिवारों की आगे बढ़कर मदद की जाए।

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