बड़े घर की लड़की ने दी नशे की डोज, कहा-इससे तुम्हारी परेशानी दूर होगी

। मैं नशे से हमेशा दूर रहना चाहती थी। चंडीगढ़ में जॉब के दौरान तनाव में रहने लगी थी।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Aug 2019 12:26 AM (IST) Updated:Wed, 28 Aug 2019 12:26 AM (IST)
बड़े घर की लड़की ने दी नशे की डोज, कहा-इससे तुम्हारी परेशानी दूर होगी
बड़े घर की लड़की ने दी नशे की डोज, कहा-इससे तुम्हारी परेशानी दूर होगी

जागरण संवाददाता, अमृतसर

'मैं नशे से हमेशा दूर रहना चाहती थी। चंडीगढ़ में जॉब के दौरान तनाव में रहने लगी थी। बड़े घर की एक लड़की ने मुझे नशे की डोज दिखाकर कहा कि इसे अपने शरीर में उतार लो, सारी चिताओं का अंत हो जाएगा। नशे की डोज शरीर में उतरते ही दिमाग में मदहोशी छा गई। जो चिताएं दिमाग में थीं, वह एकाएक गायब हो गईं। बस, इसी एक डोज ने मुझे नशेड़ी बना दिया।' यह बानगी जंजीर में जकड़ी 24 वर्षीय युवती की है, जिसे नशे ने नाकारा बना दिया। मंगलवार को सांसद गुरजीत सिंह औजला रंजीत एवेन्यू में इस युवती के घर पहुंचे। जंजीर से बंधी युवती को देखकर औजला सन्न रह गए। बेड पर बैठी युवती का एक पैर जंजीर से बंधा था। जंजीर का दूसरा सिरा लोहे के एंगल में बंधा था। उसके समीप बेबस मां भी बैठी थी। मां की आंखों में बेसब्री भरे आंसू थे। मां ने कहा साहब! अगर इसे खोल दूं तो यह भाग जाएगी। फिर नशा करके आएगी। चंडीगढ़ में ब्यूटी पार्लर में काम करती थी। अच्छा खासा वेतन मिलता था। हमेशा खुश रहने वाली मेरी बेटी के चेहरे पर आज सिर्फ उदासी है। ब्यूटी पार्लर में कई लड़कियां काम सीख रही थीं। कुछ बड़े घर की लड़कियां भी ब्यूटी पार्लर में आतीं। इन्हीं लड़कियों में से एक ने मेरी बेटी को उदास देखा तो कारण पूछा। बेटी ने उससे कहा कि काम कुछ ज्यादा है और कोई बात नहीं। इस लड़की ने मेरी बेटी को परेशानी दूर करने के लिए नशे की डोज दे दी। वह खुद नशा सेवन की आदी थी। ब्यूटी पार्लर में काम करने वाली कुछ लड़कियां भी नशा करती थीं। इन्हीं की देखादेखी इसे भी नशे की लत लग गई। धीरे-धीरे बेटी ने नशे की डोज बढ़ा दी। नशा पूर्ति के लिए घर का सामान बेच देती है। एक बार घर से चली जाए तो नशा करके ही लौटती है। आप ही बताइए यदि इसे जंजीर में न बांधूं तो क्या करूं। दो घंटे में पहुंच जाता है नशा

युवती ने बताया कि वह नशा छोड़ना चाहती है, मगर चाहकर भी नहीं छोड़ पा रही। मैं चंडीगढ़ पुलिस से भी मिली थी और उन्हें बताया था कि ड्रग पैडलर को फोन करने पर दो घंटे के भीतर ही नशा उस तक पहुंच जाता है। मैंने पुलिस को ड्रग पैडलर का नाम भी बताया, पर पुलिस ने कभी कोई कार्रवाई नहीं की। सांसद ने पुलिस की कारगुजारी पर उठाए सवाल सांसद गुरजीत सिंह औजला ने परिवार की बात सुनने के बाद पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि यह युवती दस वर्षों से नशा कर रही है। इससे साफ है कि पुलिस की मिलीभगत से ही नशा बिक रहा है। पुलिस का तंत्र नीचे से लेकर ऊपर तक विकृत हो चुका है। नशा का सेवन करने वाले युवक-युवतियां अपनी जिदगी बर्बाद कर रहे हैं, साथ ही परिवार को भी रसातल में धकेल रहे हैं। इस बच्ची की मां उसे जंजीर में बांधने को मजबूर है। यह मामला मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह के ध्यान में लाऊंगा। उन्होंने कहा की जिस इलाके में नशा बिक रहा है उसके लिए पुलिस अधिकारी ही कसूरवार हैं।

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