मेहता रोड पर लगे साइन बोर्ड हुए राजनीति का शिकार

जीटी रोड मकबूलपुरा चौक से मेहता रोड की ओर जाने वाले राहगीरों के लिए साइन बोर्ड परेशानी का कारण बन रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Jan 2020 12:55 AM (IST) Updated:Fri, 24 Jan 2020 06:13 AM (IST)
मेहता रोड पर लगे साइन बोर्ड हुए राजनीति का शिकार
मेहता रोड पर लगे साइन बोर्ड हुए राजनीति का शिकार

अमनदीप सिंह, अमृतसर : जीटी रोड मकबूलपुरा चौक से मेहता रोड की ओर जाने वाले राहगीरों के लिए साइन बोर्ड परेशानी का कारण बन रहे हैं। इसका कारण यह है, कि साइन बोर्ड राजनीति का शिकार हो रहे हैं। जिस पर संगठनों और राजनेताओं के पोस्टर चिपकाए गए हैं, जिस कारण राहगीरों को मेहता रोड की ओर जाने के लिए परेशानी उठानी पड़ रही है। इन साइन बोर्ड पर मेहता अमृतसर से कितनी दूरी पर है यह लिखा गया है, जबकि यह रोड पर श्री हरगोबिदपुर, घुमान, एसजीआरडी अस्पताल, वल्ला व अन्य गांवों की ओर जाता है।

इस रोड के ऊपर लगे साइन बोर्ड जिस पर किलोमीटर के रूप में इन साइन बोर्डों के ऊपर लिखा गया है और दिशासूचक दर्ज है।

समाज सेवक बख्तावर सिंह, गुरमेज सिंह, गुरदीप सिंह, गुरमित्रपाल सिंह, जसवंत सिंह, खजान सिंह, सरबजीत सिंह

ने बताया कि 15 वर्ष पहले साइन बोर्ड इस रोड के ऊपर नगर निगम की ओर से लगाए गए थे। जो रात के समय में भी लोगों को राहत का कार्य देते थे। वाहन की लाइट साइन बोर्ड पर पड़ने से साइन बोर्ड चमक जाते थे। नगर निगम की ओर से साइन बोर्ड की ओर समय-समय ध्यान ना देने के कारण अब यह साइन बोर्ड राजनीति का शिकार हो चुके हैं। आए दिन संगठन और राजनेता इन साइन बोर्ड के ऊपर अपने पोस्टर चिपका देते हैं। जिस कारण लोगों को परेशानी झेलनी पड़ती है। लोहे के साइन बोर्ड को जंग खा रहा है। कुछ साइन बोर्ड रात में वाहन टकराने से टेढ़े हो चुके हैं।

लोगों ने नगर निगम से मांग की है, कि साइन बोर्ड को दुरुस्त किया जाए और साइन बोर्ड का इस्तेमाल अपने निजी स्वार्थ के रूप में करने वालों पर कार्यवाही की जाए। वहीं क्षेत्र में स्ट्रीट लाइटों का प्रबंध किया जाए। स्ट्रीट लाइट ना होने के कारण भी बढ़े हादसे

बख्तावर सिंह, गुरमेज सिंह, गुरमित्रपाल सिंह ने बताया कि शाम होते ही मेहता रोड पूरी तरह से अंधकार में छा जाता है। जिसका मुख्य कारण चौक से वल्ला रोड तक स्ट्रीट लाइटों का ना होना है। मकबूलपुरा चौक से मेहता रोड की ओर जाता डिवाइडर पूरी तरह से टूट चुका है।

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