पुरुषोत्तम मास के बारे में जागरूक करेगी श्री दुग्र्याणा कमेटी

। श्री दुग्र्याणा कमेटी ने युवा पीढ़ी को 18 सितंबर से शुरू होने वाले अधिक मास यानी पुरुषोत्तम मास की महत्ता से अवगत करवाने के लिए अभियान शुरू किया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 14 Sep 2020 11:27 PM (IST) Updated:Mon, 14 Sep 2020 11:27 PM (IST)
पुरुषोत्तम मास के बारे में जागरूक  करेगी श्री दुग्र्याणा कमेटी
पुरुषोत्तम मास के बारे में जागरूक करेगी श्री दुग्र्याणा कमेटी

संवाद सहयोगी, अमृतसर

श्री दुग्र्याणा कमेटी ने युवा पीढ़ी को 18 सितंबर से शुरू होने वाले अधिक मास यानी पुरुषोत्तम मास की महत्ता से अवगत करवाने के लिए अभियान शुरू किया है। कमेटी ने शहर के सभी मंदिरों में प्रचार सामग्री भेजनी शुरू कर दी है। ताकि मंदिरों में अधिक मास में होने वाले पूजा पाठ से युवा वर्ग अवगत हो सके।

हिदू पंचांग में हर तीन वर्ष के बाद अधिक मास आता है। सभी मासों के स्वामी देवता होते हैं। परंतु अधिक मास में भगवान विष्णु ने अवतार ले लिया था तथा इस मास को पुरुषोत्तम मास कहा जाने लगा। मान्यता है कि इस मास में धर्म कर्म करने पर कई गुना फल प्राप्त होता है।

पुरुषोत्तम मास के अलावा इस मास को मलमास भी कहा जाता है। भारतीय गणना पद्धति के अनुसार प्रत्येक सूरज वर्ष 365 दिन और करीब छह घंटे का होता है। वहीं चंद्र वर्ष 354 दिनों का माना जाता है। दोनों वर्षों के बीच लगभग 11 दिनों का अंतर होता है। जो हर तीन वर्ष के करीब एक मास के बराबर हो जाता है। इस अंतर को मापने के लिए एक अधिक मास अस्तित्व में आता है। पुरुषोत्तम मास के बारे में कहा जाता है कि सभी देवताओं ने अधिक मास बारे अपनी राय नहीं दी थी, जिस कारण भगवान विष्णु ने इस मास को स्वीकार कर लिया था। जिस कारण इसको पुरुषोत्तम मास कहा जाने लगा।

इसके अलावा मलमास बनने का कारण इस मास को मलिन कहा जाता है। इसलिए हिदू धर्म के अनुसार इस समय में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है। श्री दुग्र्याणा कमेटी के महामंत्री अरुण खन्ना ने बताया कि कमेटी 18 सितंबर से श्री रामायण पाठ मास शुरू कर रही है। गोस्वामी तुलसीदास मंदिर में पूजा-अर्चना व पाठ प्रात: आठ से नौ बजे तक होगा।

स्वर्गीय चमन लाल जी की कृपा से भगत धर्मपाल पाठ करेंगे। कोरोना महामारी के कारण कमेटी ने निर्णय लिया है कि इसका लाइव प्रसारण किया जाएगा। मंदिर में आने वाले भक्तों को आपसी दूरी बनाए रखने के लिए भी जागृत किया जाएगा। कमेटी द्वारा एक टीम गठित की गई है जिसके अनुसार जो भी भगत जन श्री रामायण पाठ मास में भाग लेना चाहता है वह रवि अरोड़ा, रोहित खन्ना, आदर्श शर्मा हरदीप दुग्गल से संपर्क कर सकता है। कमेटी के प्रधान रमेश चंद्र शर्मा, प्रबंधक राज वाधवा, वित्त सचिव इंजीनियर रमेश शर्मा के सहयोग से यह कार्य करवाए जा रहे हैं।

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