SGPC के 100 साला स्‍थापना दिवस पर गुरुनगरी अमृतसर में कार्यक्रमों की धूम, संगत हाे रही निहाल

पंजाब की गुरुनगरी अमृतसर में शिरोमणि सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के 100 साला स्‍थापना दिवस पर कार्यक्रमों की धूम है। इस अवसर पर श्री गुरुद्वारा मंजी साहिब के दीवान हाल में कीर्तन दरबार सजाया गया। इसके साथ की विविध कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Tue, 17 Nov 2020 12:41 PM (IST) Updated:Tue, 17 Nov 2020 12:41 PM (IST)
SGPC के 100 साला स्‍थापना दिवस पर गुरुनगरी अमृतसर में कार्यक्रमों की धूम, संगत हाे रही निहाल
श्री गुरुद्वारा मंजी साहिब में आयोजित कीर्तन दरबार में माैजूद संगत।

अमृतसर, जेएनएन। शिरोमणि सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के 100 साला स्थापना दिवस के मौके पर गुरुद्वारा मंजी साहिब के दीवान हाल में मंगलवार को कीर्तन दरबार सजाया गया। इसमें विभिन्न रागी-ढाडियों ने कीर्तन किया।  इस दौरान श्री अखंड पाठ साहिब के पाठ का भोग भी डाला गया। इस मौके पर गुरुनगरी में विभिन्‍न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।

बड़ी संख्या में संगत ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के सामने नतमस्तक होकर आर्शीवाद लिया और सरबते के भले की अरदास की गई। इस अवसर पर एसजीपीसी के प्रधान गोबिंद सिंह लोगोंवाल ने कमेटी के 100 साल के इतिहास के बारे जानकारी दी। उन्होंने यह भी जानकरी दी कि एसजीसीपी देश सहित विदेशों में भी सिख धर्म के प्रचार व प्रसार के लिए क्या-क्या काम करती है। उन्‍होंने कहा कि पिछले 100 सालों में एसजीपीसी ने तमाम मुश्किलों के बावजूद सिख धरोहरों और परंपराओं को संजोने में अहम भूमिका निभाई है।

एसजीपीसी द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी में चित्रों को देखते श्रद्धालु।

समागम में श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह भी मौजूद र‍हे। जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने भी एसजीपीसी के 100 साला स्थापना दिवस पर पूरी सिख कौम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि एसजीपीसी एक बहुत ही महान संस्था है। एसजीपीसी ने सिख कौम की मदद से पूरी दुनिया में अपने पवित्र इतिहास को संजो कर रखा है। उन्‍होंने एसजीपीसी द्वारापिछले 100 साल में किए गए कार्यों की भी सराहना की।

इसके अलावा कार्यक्रम में सिख पंथ के कई बड़े विचारकों ने भी हिस्सा लिया। उन्‍होंने सिख धर्म की महानता और परंपराओं क‍े बारे में विस्‍तार से जानकारी दी। उन्‍हों एसजीपीसी की गतिविधियों और सिख धर्म के प्रचार व प्रसार के लिए किए जा र‍हे कार्यों की खूब सराहना की।

 कार्यक्रम में पहुंचे जत्‍थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह और अन्‍य।

इस अवसर पर एसजीपीसी (SGPC) के इतिहास के रूबरू करवाने के लिए चित्र प्रदर्यानी भी लगाई गई है। प्रदर्शनी में लगाए गए चित्रों को 31 से अधिक चित्रकारों ने तैयार किया है। इस प्रदर्शनी में काफी संख्‍या में लोग पहुंच रहे हैं और चित्रों का अवलोकन कर रहे हैं। आज यहां पूरे दिन विभिन्न धार्मिक कार्य जारी रहेंगे। कार्यक्रमों में भारी संख्‍या में संगत शामिल हो रही है और नतमस्‍तक होकर अरदास कर रही है।

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