300 से ज्यादा फैक्ट्री मालिकों को लगे ताले, सरकार ने नहीं ली सुध, उद्यमी नाराज

सरकार की नीतियों से खफा स्टील स्क्रू उद्योगपतियों ने पिछले दस दिनों से अपनी फैक्ट्रियां बंद की हुई हैं। मगर सरकार कोई सुध नहीं ले रही।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 02:00 PM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 02:00 PM (IST)
300 से ज्यादा फैक्ट्री मालिकों को लगे ताले, सरकार ने नहीं ली सुध, उद्यमी नाराज
300 से ज्यादा फैक्ट्री मालिकों को लगे ताले, सरकार ने नहीं ली सुध, उद्यमी नाराज

जासं, अमृतसर: सरकार की नीतियों से खफा स्टील, स्क्रू उद्योगपतियों ने पिछले दस दिनों से अपनी फैक्ट्रियां बंद की हुई हैं। मगर सरकार कोई सुध नहीं ले रही। उद्योगपतियों ने सात मई से लेकर 17 मई तक अपनी फैक्ट्रियां पूरी तरह बंद रखने का फैसला किया था। हालांकि इस दौरान उद्योगपति अपने पास काम करने वाली लेबर की हर तरह की जरूरत को पूरा कर रहे हैं। मगर सरकार के किसी भी मंत्री या अधिकारी ने सुध लेने की जरूरत नहीं समझी। इससे उद्यमी नाराज हैं। फोकल प्वाइंट के करीब 300 से 350 यूनिट बंद हैं जिस कारण 20 हजार से ज्यादा लेबर के कर्मचारी घरों में बैठे हैं। उद्योगपतियों की मांग है कि कोविड लाकडाउन के दौरान लगाए गए बिजली के बिलों के फिक्सड चार्जेस, बिजली सस्ती की जाए, बैंको की किश्तों में रियायत दी जाए, बैंको की ओर से लगाए जाने वाले ब्याज को तीन महीने तक स्थगित किया जाए आगि सहित कई अन्य मांगो को पूरा किया जाए। अब उद्योगपतियों की ओर से 17 मई को मीटिग बुलाई गई है। उसमें अगली रणनीति बनाई जाएगी। व्यापारी संघंर्ष करने को होंगे मजबूर: अग्रवाल

पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल के प्रधान रंजन अग्रवाल ने कहा कि 2020 पूरी तरह से कोरोना की चपेट चढ़ गया था। इस साल भी कोरोना के कारण व्यापार प्रभावित है। कच्चे माल की सप्लाई मिल नहीं रही। बाहर से व्यापारी नहीं आ पा रहे है। ऐसे समय में सरकार को सहोयग करना चाहिए। मगर किसी तरह की मदद नहीं मिल रही। सरकार से राहत के नाम पर ओटीएस स्कीम की मांग की गई थी। उस पर भी सरकार ने केवल 2013-14 के लिए ही नोटिफिकेशन जारी किया है। इसके अलावा उनके पास काम करने वाली लेबर के बारे भी कुछ नहीं सोचा जा रहा। ऐसे में व्यापारी संघंर्ष करने को ही मजबूर होंगे।

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