जीएनडीएच में कोविड मरीजों के लिए नहीं गर्म पानी, सोनी ने लगाई क्लास

जीएनडीएच में कोरोना मरीजों के लिए गर्म पानी तक की व्यवस्था नहीं है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 03 Dec 2020 11:08 PM (IST) Updated:Thu, 03 Dec 2020 11:08 PM (IST)
जीएनडीएच में कोविड मरीजों के लिए नहीं गर्म पानी, सोनी ने लगाई क्लास
जीएनडीएच में कोविड मरीजों के लिए नहीं गर्म पानी, सोनी ने लगाई क्लास

नितिन धीमान, अमृतसर

कोरोना पाजिटिव मरीजों को गर्म पानी का सेवन करने की सलाह दी जाती है, पर पंजाब के प्रमुख चिकित्सा संस्थान गुरु नानक देव अस्पताल (जीएनडीएच) में भर्ती मरीजों के लिए इसकी कोई व्यवस्था ही नहीं है। उन्हें टंकियों का ठंडा पानी अपने गले में उतारना पड़ रहा है। इस बात का मेडिकल शिक्षा एवं खोज विभाग के मंत्री ओमप्रकाश सोनी ने कड़ा संज्ञान लिया। वीरवार को मेडिकल कालेज पहुंचे सोनी ने कालेज प्रशासन की फटकार लगाई। दो टूक कहा कि मरीजों को गर्म पानी नहीं दे सकते तो उन्हें ठीक कैसे करोगे। आपके पास गर्म पानी के लिए इलेक्ट्रिकल कैटल तक नहीं। ऐसे में मरीजों की मौत तो होगी ही। इसका तत्काल प्रबंध करें।

दरअसल, कोरोना की संभावित दूसरी लहर के चलते सोनी प्रबंधों का जायजा लेने पहुंचे थे। कोरोना काल में इस अस्पताल में 500 से अधिक कोरोना पाजिटिव मरीजों की मौत हो चुकी है। इस पर भी सोनी ने कालेज व अस्पताल प्रशासन से जवाब मांगा। प्रशासन ने कहा कि इस अस्पताल में अमृतसर के अतिरिक्त, तरनतारन, गुरदासपुर, पठानकोट सहित कई जिलों से कोरोना मरीजों को उपचार दिया जा रहा है। अमृतसर से संबंधित लोगों की मृत्यु दर बेहद कम है। हालांकि सोनी ने साफ कहा कि मरीज किसी भी जिले से संबंधित हों, उनकी मौत यहां हो रही है। मृत्यु दर में कमी लाई जाए। कोरोना मरीजों के लिए जो चाहिए, उसकी सूची तैयार कर दें।

इस अवसर पर डिप्टी कमिश्नर गुरप्रीत सिंह खैहरा, पुलिस कमिश्नर डा. सुखचैन सिंह गिल, मेडिकल शिक्षा व खोज विभाग के डायरेक्टर डा. अवनीश, एडीसी हिमांशु अग्रवाल, नगर निगम कमिश्नर कोमल मित्तल, सिविल सर्जन डा. आरएस सेठी, प्रिसिपल मेडिकल कालेज डा. राजीव देवगण, गायनी विभाग की प्रोफेसर डा. सुजाता शर्मा, जिला मलेरिया आफिसर मदन मोहन, एक्सईएन जसबीर सिंह सोढी उपस्थित थे। लोग अब भी लापरवाह, नहीं पहनते मास्क

पत्रकारों से बातचीत करते हुए सोनी ने कहा कि कोरोना बढ़ने का मुख्य कारण लोगों की लापरवाही है। लोग मास्क नहीं पहन रहे। शारीरिक दूरी के नियम का पालन भी नहीं हो रहा। यही वजह है कि पंजाब सरकार को रात्रि क‌र्फ्यू लगाना पड़ा। जुर्माना राशि भी बढ़ानी पड़ी। राज्य में अब तक 23,10,275 लोगों के कोविड टेस्ट हुए हैं। वहीं राज्य के सभी मेडिकल कालेजों में वेंटिलेटर्स इंस्टाल किए जा चुके हैं। स्टाफ की कमी दूर करने के लिए लगातार भर्ती की जा रही है। सोनी ने सिविल सर्जन डा. आरएस सेठी को निर्देश दिया कि टेस्टों की क्षमता में वृद्धि की जाए। दूसरी लहर को ध्यान में रखते हुए पुलिस की मदद से लोगों को 20 हजार मास्क वितरित किए जाएंगे। हर व्यक्ति मास्क पहने, यह पुलिस विभाग सुनिश्चित करेगा। छह माह में बनेगा स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट

सोनी ने कहा कि मेडिकल कालेज में 120 करोड़ रुपये की लागत से स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट का निर्माण किया जा रहा है। यह इंस्टीट्यूट छह माह में तैयार होगा। सत्तर प्रतिशत काम मुकम्ममल हो चुका है। इंस्टीट्यूट शुरू होने पर कैंसर मरीजों को पीजीआई या दिल्ली जाने की जरूरत नहीं। डेंगू के कम मरीज मिलना अच्छे संकेत

कोरोना काल में डेंगू मच्छर ने भी इंसान को काटा। अब तक 584 लोगों का डेंगू टेस्ट किया गया है। इनमें से 364 पाजिटिव रिपोर्ट हुए हैं। डेंगू पाजिटिव एक मरीज की मृत्यु भी हुई है। वहीं जिन घरों में डेंगू का लारवा मिला, वहां 450 चालान काटे गए हैं। सोनी ने कहा कि इस बार मरीजों की संख्या कम रही है। यह अच्छे संकेत हैं। सिविल अस्पताल के डाक्टर सहित 63 पाजिटिव कोरोना वायरस दूसरी लहर की तरफ बढ़ने लगा है। जिले में पिछले चौबीस घंटों में 63 नए पाजिटिव रिपोर्ट हुए हैं, जिनमें सिविल अस्पताल की एक डाक्टर भी शामिल है। वहीं तीन लोगों की जान चली गई। सिविल अस्पताल में कार्यरत डा. मोना कोरोना पाजिटिव पाई गई हैं। इससे पूर्व इसी अस्पताल में कार्यरत पैथोलाजिस्ट डा. जसमिदर भी कोरोना ग्रस्त पाए गए थे। डा. मोना एक शादी समारोह में शामिल हुई थीं। समारोह में शामिल एक ही परिवार के कुछ सदस्य पाजिटिव रिपोर्ट हुए थे। इसके बाद डा. मोना ने अपना टेस्ट करवाया था, जिसमें वह पाजिटिव पाई गई। वहीं रिपोर्ट हुए 63 मरीजों में 34 कम्युनिटी से हैं, जबकि 29 कांटेक्ट से। उधर, मृतकों में गांव वेरका निवासी 22 वर्षीय युवक, सुभाष कालोनी निवासी 40 वर्षीय शख्स व सुंदर नगर निवासी 45 वर्षीय शख्स शामिल हैं।

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