ई-वार्ता में डा. रमेश पोखरियाल निशंक की रचनाओं पर किया विमर्श

उत्तराखंड के हिमालय विरासत के ट्रस्ट द्वारा प्रायोजित व नई दिल्ली के स्याही ब्लू प्रकाशन के सहयोग से डा. रमेश पोखरियाल निशंक की रचना संसार वार्ता श्रृंखला के अंतर्गत डा. निशंक के कहानी संग्रह टूटते दायरे पर आधारित ई वार्ता संगोष्ठी करवाई गई।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 06:45 PM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 06:45 PM (IST)
ई-वार्ता में डा. रमेश पोखरियाल निशंक की रचनाओं पर किया विमर्श
ई-वार्ता में डा. रमेश पोखरियाल निशंक की रचनाओं पर किया विमर्श

जागरण संवाददाता, अमृतसर : उत्तराखंड के हिमालय विरासत के ट्रस्ट द्वारा प्रायोजित व नई दिल्ली के स्याही ब्लू प्रकाशन के सहयोग से डा. रमेश पोखरियाल निशंक की रचना संसार वार्ता श्रृंखला के अंतर्गत डा. निशंक के कहानी संग्रह 'टूटते दायरे' पर आधारित ई वार्ता संगोष्ठी करवाई गई। इसमें डीएवी कालेज के स्नातकोत्तर हिदी विभागाध्यक्ष डा. किरण खन्ना ने संबोधित किया। ई वार्ता संगोष्ठी की अध्यक्षता डा. योगिदर नाथ मिश्रा अरूण ने की। जबकि केरल व महाराष्ट्र आदि से डा. के श्रीलता, डा. योगेश रस्तोगी, डा. निरंजन कुमार विशेष तौर पर शामिल हुए। डा. किरण खन्ना ने बताया कि कहानी संग्रह में कुल सत्रह कहानियां हैं और प्रत्येक कहानी अपनी कथ्य चेतना के स्तर पर बहुत सशक्त हैं। जग की रीत कहानी दो पीढि़यों के दृष्टिकोण और वैचारिक मतभेद व संतान द्वारा मां-बाप को बुढ़ापे में न संभाल पाने की विवशता और उनकी दुर्दशा से पाठक को द्रवित करती है। डा. किरण खन्ना ने प्रायोजकों और आयोजन समिति का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन निरंतर होने चाहिए, ताकि क्योंकि साहित्य समाज का दर्पण होता है।

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