माघ संक्रांति पर श्रद्धालुओं ने ठाकुर जी की पूजा की

माघ संक्रांति पर हजारों की संख्या में भक्तों ने मंदिरों में जाकर ठाकुर जी की पूजा करके परिवार की सुख-शांति के लिए आराधना की। वहीं ठाकुर जी को खिचड़ी का भोग लगाया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 14 Jan 2021 08:17 PM (IST) Updated:Thu, 14 Jan 2021 08:17 PM (IST)
माघ संक्रांति पर श्रद्धालुओं ने ठाकुर जी की पूजा की
माघ संक्रांति पर श्रद्धालुओं ने ठाकुर जी की पूजा की

संवाद सहयोगी, अमृतसर : माघ संक्रांति पर हजारों की संख्या में भक्तों ने मंदिरों में जाकर ठाकुर जी की पूजा करके परिवार की सुख-शांति के लिए आराधना की। वहीं ठाकुर जी को खिचड़ी का भोग लगाया।

श्री दुग्र्याणा तीर्थ में सुबह से भक्तजनों ने ठाकुर जी के दरबार में आना शुरू कर दिया और ठाकुर जी की आरती करके पंडितों से माघ माह का नाम सुना। कोरोना वायरस के कारण पिछले काफी समय से श्री दुग्र्याणा तीर्थ स्थित श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में होने वाले हरिनाम संकीर्तन को बंद किया गया था। वह पुन: माघ संक्रांति पर शाम को शुरू किया गया। माघ संक्रांति पर कई भक्तों ने पवित्र सरोवर में डुबकी लगाकर पूजा-अर्चना की। सिद्धपीठ माता लाल देवी भवन में माघ संक्रांति पर मां के दरबार में भक्तों ने हाजिरी भरी।

श्री आरती शिव दुर्गा मंदिर करतार नगर छेहरटा में परम संत श्री आरती देवा जी महाराज की अध्यक्षता में मकर संक्रांति पर सुबह श्री दुर्गा स्तुति का पाठ किया गया। पंडित सुमित शास्त्री ने माघ महीने के महत्व के बारे में भक्तों को विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर काफी संख्या में भक्तों ने प्रभु का गुणगान किया।

गद्दी श्री बावा लाल दयाल जी में भी माघ संक्रांति पर महंत अनंतदास जी महाराज के सान्निध्य में भक्तों ने स ंकीर्तन किया। महंत अनंतदास जी ने कहा कि इस माह की विशेष महत्ता होती है। यह माह प्रभु को अधिक प्रिय है। जो भी इस दिन प्रभु का गुणगान करता है उनको प्रभु धाम की प्राप्ति होती है। मकर संक्रांति पर शिव सेना भारतीय के राष्ट्रीय प्रमुख अजय सेठ की अध्यक्षता में श्री तुलसी दास मंदिर के बाहर दूध व चाय तथा अन्य व्यंजनों का लंगर लगाया गया। इस अवसर पर पार्टी के कई सदस्य मौजूद थे। इसके अलावा महानगर के अन्य मंदिरों में मकर संक्रांति पर पूजा अर्चना की गई।

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