किसानों को दबाना चाहती है केंद्र सरकार: सिद्धू

नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि केंद्र सरकार किसान विरोधी कानून बनाने के बाद अब पराली जलाने पर एक करोड़ रुपये जुर्माने का कानून बनाकर किसानों को दबाना चाहती है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 06 Nov 2020 11:49 PM (IST) Updated:Sat, 07 Nov 2020 05:50 AM (IST)
किसानों को दबाना चाहती है केंद्र सरकार: सिद्धू
किसानों को दबाना चाहती है केंद्र सरकार: सिद्धू

जागरण संवाददाता, अमृतसर: पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि केंद्र सरकार किसान विरोधी कानून बनाने के बाद अब पराली जलाने पर एक करोड़ रुपये जुर्माने का कानून बनाकर किसानों को दबाना चाहती है। साथ ही उन्होंने पंजाब सरकार पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि पंजाब सरकार संवैधानिक ताकतों का इस्तेमाल कर किसानों को इस मुश्किल से निकाल सकती है। सिद्धू ने यह बात शुक्रवार सुबह वल्ला मंडी में फ्रूट एंड वेजिटेबल यूनियन की ओर से आयोजित रैली में कही।

सिद्धू ने कहा कि बाबा नानक ने हल चलाकर पंजाबियों को खेती का संदेश दिया, लेकिन आज कुछ लोग साजिशें रचकर किसानों को गुमराह करने के प्रयास कर रहे हैं। सरकार पूरा साल पराली जलाने पर न तो चिता करती है और न ही इस पर चितन करते हुए कोई रणनीति बनाती है। पराली को लेकर पंजाब सरकार पर हमला करते हुए सिद्धू ने कहा कि प्रत्येक पांच गांवों में पराली के लिए एक स्टोर बनाना चाहिए और इसले बिजली बना कर किसानों को खुदमुख्तार बनाया जा सकता है। पंजाब के किसानों की समस्या का हल पंजाब को ही करना होगा, क्योंकि पूंजीपति तो इसे एक कैपिटल के रूप में देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के पास पंजाब का हजारों करोड़ रुपये जीएसटी का पड़ा है, जिसे हासिल करने के लिए हम उसका मुंह ताक रहे हैं। केंद्र सरकार बदले की राजनीति कर रही है। देश के बुरे हालात में भी रेल कभी बंद नहीं हुई और किसानों के मुद्दे पर इसे रोककर पंजाब का आर्थिक शोषण कर रही है।

रैली में सुरक्षा प्रबंधों की खुली पोल

रैली स्थल पर चारों तरफ सुरक्षा का सख्त घेरा था। इसके बावजूद एक निहंग असलहा लेकर रैली में प्रवेश कर गया। वह एक राजनेता के साथ रैली में पहुंचा था। सूचना मिलते ही पुलिस के एक अधिकारी ने निहंग के सामने हाथ जोड़कर कहा कि बाबा जी असलहा रैली स्थल से बाहर छोड़ कर आएं। इस पर निहंग बाहर चला गया। मंडी को करवाया दो घंटों के लिए बंद

रैली के तय समय तक जब सारी कुर्सियां खाली रहीं, तो फ्रूट एंड वेजिटेबल यूनियन के प्रधान चरणजीत सिंह बतरा ने वल्ला मंडी को दो घंटों के लिए बंद करवा दिया। इसके बाद भी जब पंडाल खाली नजर आया तो प्रवासी मजदूरों के परिवारों के सदस्यों को बुलाकर भीड़ जुटाई। रैली में किसान कम और आढ़ती ज्यादा दिखे। सिद्धू के लिए बनाई अलग स्टेज

रैली के आयोजकों ने सुरक्षा के मद्देनजर नवजोत सिंह सिद्धू के लिए अलग से स्टेज बनाई, लेकिन जैसे ही सिद्धू स्टेज पर पहुंचे तो उनके साथ-साथ सैंकड़ों की संख्या में उनके समर्थक भी उसी स्टेज पर पहुंच गए। सिद्धू के पीछे खड़े समर्थक सिद्धू के समर्थन में अपने नेता की खुशामद में तालियां बजाने के साथ-साथ नारेबाजी करते रहे। कंबल का लालच देकर जुटाई भीड़

वल्ला सब्जी मंडी में भीड़ जुटाने के लिए आयोजकों ने महिलाओं को कूपन बांटकर कंबल देने का लालच दिया। रैली खत्म होने पर जब महिलाओं को कंबल नहीं मिले तो उन्होंने हल्ला मचा दिया। वहीं दूसरी तरफ फ्रूट एंड वेजिटेबल यूनियन के प्रधान चरणजीत बतरा ने कहा कि उन्हें तो पता ही नहीं कि कंबल कौन लेकर आया और इसके लिए किसने कूपन बांटे।

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