ईटीटी टीचर के गीतों का प्रयास, सरकारी स्कूल में दाखिल हुए नौनिहाल

सरकारी एलिमेंट्री स्मार्ट स्कूल फैजपुरा के ईटीटी टीचर निर्मल सिंह द्वारा सरकारी स्कूल दा बच्चा हां शीर्षक से लिखे उक्त गीत को एक बार पेरेंट्स सुन ले तो अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में दाखिल किए बिना नहीं रह पाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 01 Jul 2020 11:12 PM (IST) Updated:Wed, 01 Jul 2020 11:12 PM (IST)
ईटीटी टीचर के गीतों का प्रयास, सरकारी स्कूल में दाखिल हुए नौनिहाल
ईटीटी टीचर के गीतों का प्रयास, सरकारी स्कूल में दाखिल हुए नौनिहाल

अखिलेश सिह यादव, अमृतसर : सरकारी एलिमेंट्री स्मार्ट स्कूल फैजपुरा के ईटीटी टीचर निर्मल सिंह द्वारा सरकारी स्कूल दा बच्चा हां शीर्षक से लिखे उक्त गीत को एक बार पेरेंट्स सुन ले तो अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में दाखिल किए बिना नहीं रह पाएगा। उन्होंने कहंदा हां मैं मान नाल, सरकारी स्कूल दा बच्चा हां, आवे कोई मां दा लाल, रक्ख मुकाबला करे सवाल, गल्ल करां मैं मुंह दे उत्ते, मन दा पर मैं सच्चा हां, कहंदा हां मैं मान नाल, सरकारी स्कूल दा बच्चा हां शीर्षक लिखा है। सरकारी स्कूलों में मिलने वाली सुविधाओं का बखान से पेरेंट्स भी अपने बच्चे को स्कूल में दाखिल करवा कर गौरवान्वित महसूस करते हैं। निर्मल सिंह अपने द्वारा लिखे गीतों से ही इस स्कूल में बच्चों की गिनती को 600 तक पहुंचाने का लक्ष्य पाने का सपना संजोए हुए है। फिलहाल, अभी सरकरी एलिमेंट्री स्कूल फैजपुरा में बच्चों की गिनती 560 के करीब है। उम्मीद है कि यह गिनती 600 के पार जल्द पहुंच जाएगी। जो अपने आप में एक रिकॉर्ड होगी। इसके अलावा निर्मल सिंह ने स्मार्ट स्कूल बनाया शीर्षक से एक और किन्ना सोहना स्मार्ट स्कूल बनाया, जी करे वेखदा रहा, असा रलमिल इसको सजा, जी करे वेखदा रहां.. के साथ स्मार्ट स्कूल की परिभाषा दी है। फैजपुरा सरकारी स्कूल बना स्मार्ट

निर्मल सिह फैजपुरा ने बताया कि सरकारी एलिमेंट्री स्कूल फैजपुरा अब स्मार्ट स्कूल में तबदील हो गया है। जहां पर छोटे बच्चों के लिए आधुनिक तरीके से प्रोजेक्टर, एलईडी, आधुनिक बाथरूम के अलावा 18 साज सज्जा से युक्त कमरें व बच्चों के लिए खिलौने व झूले भी मौजूद हैं। इसक अलावा पर्यावरण अनुकूल स्कूल की चहारदीवारी व मैदान है। स्मार्ट स्कूल ने पेरेंट्स की बदली धारणा

शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार के प्रयासों से पेरेंट्स की धारणा सरकारी स्कूलों के प्रति बदल दी है। अब सरकारी स्कूल स्मार्ट स्कूल बन गए हैं। पेरेंट्स खुशी-खुशी स्कूल आते हैं और अपने बच्चे को सरकारी सकूल में दाखिल करवाने के लिए गर्व महसूस करते हैं। इसके अलावा अध्यापकों की टीम भी लॉकडाउन के दौरान बच्चों के पेरेंट्स से संपर्क साध कर उन्हें सरकारी स्कूलों में दाखिल करवाने के लिए कहती है। दो गीतों को बीईओ ने दिए अपने बोल

बच्चों व उनके पेरेंट्स को सरकारी स्कूलों में एडमिशन के लिए प्रेरित करने के लिए ब्लाक शिक्षा अधिकारी सीपी शर्मा ने निर्मल सिंह के दो गीतों को अपने बोल दिए है। उन्होंने इन गीतों को मनमोहक अंदाज से गाया है।

chat bot
आपका साथी