1951 में गुरुनगरी से डा. सत्यपाल बने थे पहले डिप्टी स्पीकर, जिले से अब तक 16 बने कैबिनेट मंत्री

1951 से लेकर अब तक पंजाब में बनी सरकारों में गुरुनगरी के नेताओं को अहम प्रतिनिधित्व मिलता रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 25 Jan 2022 11:00 AM (IST) Updated:Tue, 25 Jan 2022 11:00 AM (IST)
1951 में गुरुनगरी से डा. सत्यपाल बने थे पहले डिप्टी स्पीकर, जिले से अब तक 16 बने कैबिनेट मंत्री
1951 में गुरुनगरी से डा. सत्यपाल बने थे पहले डिप्टी स्पीकर, जिले से अब तक 16 बने कैबिनेट मंत्री

विपिन कुमार राणा, अमृतसर: 1951 से लेकर अब तक पंजाब में बनी सरकारों में गुरुनगरी के नेताओं को अहम प्रतिनिधित्व मिलता रहा है। 1951 में पहली बार हुए चुनाव के बाद पंजाब विधानसभा में पहले डिप्टी स्पीकर गुरुनगरी के डा. सत्यापाल बने, वहीं 2017 यानी 66 सालों में हुए चुनाव में गुरुनगरी को डिप्टी सीएम सहित 16 कैबिनेट मंत्री मिले। शहर के केंद्रीय हलके ने सबसे ज्यादा पांच कैबिनेट मंत्री पंजाब सरकार को दिए। बाबा बकाला विस हलका ऐसा रहा, जहां से आज तक कोई कैबिनेट मंत्री नहीं बना।

1951 से अभी तक हुए 13 विधानसभा चुनाव में जिले के 11 विधानसभा हलकों को प्रतिनिधित्व जरूर मिलता रहा। 1951 में विधानसभा हलका उत्तरी से जीते डा. सत्यपाल पहले स्पीकर बने। डा. सत्यापाल जलियांवाला बाग मूवमेंट में सैफूदीन किचलू के साथी रहे थे। 1967 की जनसंघ की सरकार में केंद्रीय हलके से जीते बलरामदास टंडन और अमृतसर ईस्ट विधानसभा से जीते डा. बलदेव प्रकाश मंत्री रहे। 1972 की ज्ञानी जैल सिंह की सरकार में विस हलका पूर्वी से जीते कांग्रेसी नेता ज्ञानचंद खरबंदा मंत्री बने। 1977 में केंद्रीय विधानसभा हलके से जीते बलराम जी दास टंडन दोबारा मंत्री बने और 1980 की कांग्रेस सरकार में उत्तरी हलके से जीते बृजभूषण मेहरा स्पीकर बनाए गए। केंद्रीय हलके ने दिए सबसे ज्यादा पांच मंत्री

विधानसभा हलका केंद्रीय ने सबसे ज्यादा मंत्री दिए। वर्तमान की 2017 की कांग्रेस सरकार में डिप्टी सीएम ओमप्रकाश सोनी भी इसी हलके का प्रतिनिधित्व करते हैं। इसी हलके से बलरामदास जी टंडन दो बार कैबिनेट मंत्री रहे। प्रो. लक्ष्मीकांता चावला सेहत मंत्री रही, जबकि प्रो. दरबार लाल डिप्टी स्पीकर व शिक्षा मंत्री रहे। पूर्वी हलके को दो बार मिले मंत्री

विधानसभा हलका पूर्वी से 2017 की सरकार में वर्तमान पीपीसीसी प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू कैबिनेट मंत्री बने। उन्होंने सवा साल में ही मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। पूर्वी हलके से ही विधायक रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता डा. बलदेव प्रकाश भी जनसंघ की सरकार में मंत्री रहे। पश्चिमी, राजासांसी, अटारी और

जंडियाला गुरु हलके से एक-एक मंत्री

विधानसभा हलका पश्चिमी से वर्तमान में डॉ. राज कुमार वेरका मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च मंत्रालय के मंत्री है। विधानसभा हलका अटारी विधायक रहे गुलजार सिंह रणीके दो बार कैबिने मंत्री रहे। जंडियाला गुरु से सरदूल सिंह बंडाला एक्साइज मंत्री रह चुके हैं। विधानसभा हलका दक्षिणी में भी 25 बरसों में केवल एक मंत्री मिला। यहां से मनजीत सिंह कलकत्ता शिक्षा मंत्री रहे। मजीठा के मजीठिया रहे चर्चित मंत्री

विधानसभा हलका मजीठा से प्रकाश सिंह मजीठिया जहां पंजाब कैबिनेट में रहे, वही बिक्रम सिंह मजीठिया भी अकाली सरकार में मंत्री रहे। मजीठिया का शुमार चर्चित मंत्रियों में रहा है और उनके चुनाव लड़ने के बा मजीठा को भी नई पहचान मिली। उत्तरी हलके से चार रहे कैबिनेट में

विधानसभा हलका उत्तरी से डा. सत्यपाल पहले स्पीकर रहे तो कांग्रेस सरकार में बृजभूषण मेहरा स्पीकर बनाए गए। इसी हलके से विधायक डा. बलदेव राज चावला स्वास्थ्य मंत्री रहे, जबकि दूसरी बार विधायक बने अनिल जोशी को 2012 की सरकार में निकायमंत्री बनाया गया।

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