वीरप्पा मोइली ने भाजपा पर लगाया कश्‍मीर मुद्दे पर पाकिस्‍तान के साथ 'सुनियोजित मिलीभगत' का आरोप

वीरप्पा मोइली ने आरोप लगाया है कि कश्‍मीर मुद्दे पर भाजपा की पाकिस्‍तान के साथ सुनियोजित मिलीभगत है। कांग्रेस सत्‍ता में आने पर भाजपा के कार्यों की जांच कराएगी।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Sat, 13 Apr 2019 06:03 PM (IST) Updated:Sat, 13 Apr 2019 06:49 PM (IST)
वीरप्पा मोइली ने भाजपा पर लगाया कश्‍मीर मुद्दे पर पाकिस्‍तान के साथ 'सुनियोजित मिलीभगत' का आरोप
वीरप्पा मोइली ने भाजपा पर लगाया कश्‍मीर मुद्दे पर पाकिस्‍तान के साथ 'सुनियोजित मिलीभगत' का आरोप

चिकबल्लापुर, एजेंसी। वीरप्पा मोइली ने आरोप लगाया है कि कश्‍मीर मसले पर भाजपा की पाकिस्‍तान के साथ 'सुनियोजित मिलीभगत' है। इसके साथ ही वरिष्‍ठ कांग्रेस नेता ने भाजपा पर आरोप लगाया कि उसने राफेल डील पर देश को गुमराह किया और उसे अंधेरे में रखा। उन्‍होंने कहा कि यदि कांग्रेस सत्‍ता में आती है तो वह पिछले पांच वर्षों में भाजपा के द्वारा किए गए कार्यों की जांच कराएगी। इसमें राफेल डील, नोटबंदी और बालाकोट में एयरस्‍ट्राइक जैसे तमाम मुद्दे शामिल हैं।

कांग्रेस नेता ने मौजूदा लोकसभा चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पक्ष में इमरान खान के समर्थन का आधार बताने की मांग की। उन्‍होंने कहा कि पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कश्‍मीर मसले के द्विपक्षीय समाधान पर बातचीत के लिए एक पूर्व शर्त के तौर पर नरेंद्र मोदी का खुलकर समर्थन किया है जो साफ दर्शाता है कि भाजपा और पाकिस्तानी पीएम के बीच एक सुनियोजित मिलीभगत है। इसका संकेत इमरान खान के उस समर्थन और सुझाव से मिलता है कि मोदी दोनों राष्ट्रों के बीच बेहतर संबंध स्थापित करेंगे।

कर्नाटक के पूर्व मुख्‍यमंत्री मोइली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हिटलर की तरह रवैया अपनाने, देश में नफरत का माहौल पैदा करने और सभी संस्‍थानों को नष्‍ट करने का भी आरोप लगाया। उन्‍होंने कहा कि भाजपा जब भी सत्‍ता में आती है भारत और पाकिस्‍तान में टकराव बढ़ जाता है। चाहे वह अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के दौरान का करगिल युद्ध या भारत की संसद पर आतंकियों का हमला हो या मौजूदा सरकार में पुलवामा हमला...

पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए वीरप्पा मोइली ने कहा कि उनको 56 इंच के सीने के प्रदर्शन की जरूरत नहीं है। नरेंद्र मोदी ने देश में राजनीतिक माहौल खराब किया है। मोदी का 'प्रेम की राजनीति' से कोई वास्‍ता नहीं है। उन्‍होंने दावा किया कि कांग्रेस जेडीएस के साथ मिलकर कर्नाटक में 28 लोकसभा सीटों में से कम से कम 21 पर जीत दर्ज करेगी। यह भी हो सकता है कि पार्टी साल 1971 का रिकॉर्ड दोहराए जब उसने राज्‍य की सभी सीटों पर जीत दर्ज की थी। 

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