कृषि कानून को लेकर स्‍मृति ईरानी का राहुल गांधी पर वार, कहा- अपने घोषणा पत्र को झूठा साबित नहीं कर सकते

केंद्रीय मंत्री स्‍मृति ईरानी ने कहा कि उनके नेतृत्व में घोषणा पत्र (कांग्रेस के घोषणापत्र) में कृषि सुधार को शामिल किया गया था। उन मुख्यमंत्रियों में जिनके सुझाव (कृषि कानूनों पर) नीति आयोग की बैठक में कांग्रेस नेता और पंजाब के मुख्‍यमंत्री अमरिंदर सिंह के साथ शामिल थे।

By Arun kumar SinghEdited By: Publish:Mon, 22 Feb 2021 06:13 PM (IST) Updated:Mon, 22 Feb 2021 07:40 PM (IST)
कृषि कानून को लेकर स्‍मृति ईरानी का राहुल गांधी पर वार, कहा- अपने घोषणा पत्र को झूठा साबित नहीं कर सकते
केंद्रीय मंत्री स्‍मृति ईरानी पूर्व अध्‍यक्ष राहुल गांधी

 अमेठी, एएनआइ। कृषि कानूनों को लेकर कांग्रेस पार्टी और पूर्व अध्‍यक्ष राहुल गांधी पर वार करते हुए केंद्रीय मंत्री स्‍मृति ईरानी ने कहा कि उनके नेतृत्व में घोषणापत्र (कांग्रेस के घोषणापत्र) में कृषि सुधार को शामिल किया गया था। उन मुख्यमंत्रियों में जिनके सुझाव (कृषि कानूनों पर) नीति आयोग की बैठक में कांग्रेस नेता और पंजाब के मुख्‍यमंत्री अमरिंदर सिंह के साथ शामिल थे। क्या राहुल गांधी इसे झूठा साबित साबित करेंगे?

There were farm reforms introduced in manifesto (Congress manifesto) under his leadership. Among CMs whose suggestions (on farm laws) were included with NITI Aayog's was Congress leader Amarinder Singh. Is Rahul Gandhi falsifying all this?: Union Minister Smriti Irani pic.twitter.com/nmu9UGWUWx— ANI (@ANI) February 22, 2021

कांग्रेस पर साधा निशाना

अमेठी में अपनी भूमि की रजिस्ट्री के बाद स्मृति ईरानी ने कहा, अमेठी आज तेजी से विकसित हो रही है। स्मृति ने कहा कि अमेठी पिछले 10 वर्ष से जनपद है। 50 वर्ष से गांधी नेहरू खानदान यहां सक्रिय है। उन्होंने क्या किया और हम क्या कर रहे हैं, फर्क साफ है। उन्होंने कहा कि मेडिकल कालेज, सैनिक स्कूल, केंद्रीय विद्यालय के साथ ही ओवरब्रिज व रेलवे के तमाम कार्य यहां हो रहे हैं। रायबरेली के बाबत पूछे गए प्रश्न के जवाब में स्मृति ने कहा कि रायबरेली में भाजपा का कार्यकर्ता जनता की समस्याओं के लिए संघर्ष कर रहा है। जबकि वहां की सांसद गायब हैं।

ज्ञात हो कि कांग्रेस पार्टी अब तक अपने घोषणा पत्र में कृषि सुधारों का समर्थन करती रही है। यहां तक कि घोषणा पत्र में निजी मंडियों की भी बात की थी। लेकिन अब किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए कृषि कानूनों को रद करने की मांग करने लगी है। यहां तक कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी देश में कृषि कानूनों के विरोध में रैलियां कर रहे हैं। राहुल गांधी ने कृषि कानून को राजस्‍थान, तमिलनाडु और केरल में रैलियां की, वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पश्चिमी उत्‍तर प्रदेश में रैलियां कर रही हैं। इससे वोट बैंक पालिटिक्‍स में उनका दोहरा चरित्र सामने आया है।

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