शशि थरूर बोले, नागरिकता विधेयक का पारित होना जिन्ना के विचारों की होगी जीत होगी

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने कहाए संसद में नागरिकता (संशोधन) विधेयक का पारित होना महात्मा गांधी के विचारों पर मोहम्मद अली जिन्ना के विचारों की जीत होगी।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Sun, 08 Dec 2019 08:08 PM (IST) Updated:Sun, 08 Dec 2019 08:08 PM (IST)
शशि थरूर बोले, नागरिकता विधेयक का पारित होना जिन्ना के विचारों की होगी जीत होगी
शशि थरूर बोले, नागरिकता विधेयक का पारित होना जिन्ना के विचारों की होगी जीत होगी

 नई दिल्ली, प्रेट्र। संसद में नागरिकता (संशोधन) विधेयक का पारित होना निश्चित तौर पर महात्मा गांधी के विचारों पर मोहम्मद अली जिन्ना के विचारों की जीत होगी। यह बात रविवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने कही। थरूर ने कहा कि धर्म के आधार पर नागरिकता देने से भारत 'पाकिस्तान का हिंदू संस्करण' भर बनकर रह जाएगा। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा सरकार 'एक समुदाय' को निशाना बना रही है। दूसरे धर्मो की तुलना में उस समुदाय के लोगों का उन्हीं स्थितियों में उत्पीड़न पर उन्हें शरण नहीं दे रही है।

संविधान की मूल भावना का 'घोर उल्लंघन'

 थरूर ने विशेष भेंट में कहा कि अगर विधेयक को संसद के दोनों सदनों द्वारा पारित किया भी जाता है, तो उन्हें विश्वास है कि उच्चतम न्यायालय की कोई भी पीठ संविधान की मूल भावना का 'घोर उल्लंघन' नहीं होने देगी।

पूर्व मंत्री ने भाजपा सरकार पर लगाया 'एक समुदाय' को निशाना बनाने का आरोप

थरूर ने कहा, 'यह सरकार का शर्मनाक काम है, जिसने पिछले वर्ष राष्ट्रीय शरणार्थी नीति बनाने पर चर्चा करने से इन्कार कर दिया, जिसे मैंने निजी विधेयक के तौर पर प्रस्तावित किया था। तत्कालीन गृह मंत्री, गृह राज्य मंत्री और गृह सचिव के साथ निजी तौर पर साझा किया था।' उन्होंने आरोप लगाया कि अचानक उन्होंने शरणार्थियों को नागरिकता देने के लिए आगे बढ़कर काम किया है। वास्तव में वे मूलभूत कदम भी नहीं उठाना चाहते, जो अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत शरणार्थियों से अच्छा व्यवहार सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है। इससे स्पष्ट होता है कि यह महज कुटिल राजनीतिक चाल है, ताकि देश में एक समुदाय को निशाना बनाया जा सके।

कांग्रेस करेगी विधेयक का विरोध

विधेयक पर कांग्रेस के रुख के बारे में पूछने पर थरूर ने कहा, 'हालांकि, मैं पार्टी का आधिकारिक प्रवक्ता नहीं हूं। लेकिन मुझे विश्वास है कि कांग्रेस में हम सब मानते हैं कि नागरिकता संशोधन विधेयक न केवल संविधान के अनुच्छेद 14 और 15 के तहत प्राप्त समानता और धार्मिक आधार पर भेदभाव नहीं करने की मूल भावना के खिलाफ है बल्कि भारत की अवधारण पर भी हमला है।'

धर्म के आधार पर राष्ट्रीयता तय करने को लेकर बंट गया था स्वतंत्रता संग्राम

उन्होंने कहा कि भारत का स्वतंत्रता संग्राम इस आधार पर बंट गया कि क्या धर्म के आधार पर राष्ट्रीयता तय की जाए और जिन लोगों का उस सिद्धांत में विश्वास था उन्होंने पाकिस्तान की अवधारणा की वकालत की। थरूर ने कहा, 'महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, मौलाना अबुल कलाम आजाद, डॉक्टर अंबेडकर का इसके उलट विश्वास था कि धर्म का राष्ट्रीयता से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने भारत की अवधारणा बनाई और सभी धर्मों, क्षेत्रों, जातियों और भाषाओं के लोगों के लिए स्वतंत्र देश का निर्माण किया।

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