Lakhimpur Roundup: लगातार बदलता रहा है लखीमपुर खीरी मामले में घटनाक्रम, जानें- अब तक क्‍या हुआ

लखीमपुर खीरी मामले में बड़ी तेजी के साथ घटनाक्रम बदलता रहा है। चार दिन बाद भी लखीमपुर उत्‍तर प्रदेश की राजनीति में जो एक नया सियासी अखाड़ा बना है उसका केंद्र बन चुका है। हर नेता यहां पर पहुंचना चाह रहा है।

By Kamal VermaEdited By: Publish:Thu, 07 Oct 2021 12:28 PM (IST) Updated:Thu, 07 Oct 2021 12:59 PM (IST)
Lakhimpur Roundup: लगातार बदलता रहा है लखीमपुर खीरी मामले में घटनाक्रम, जानें- अब तक क्‍या हुआ
सियासी अखाड़े का केंद्र बना है लखीमपुर खीरी

नई दिल्‍ली (जेएनएन)। लखीमपुर खीरी वर्तमान में यूपी में सियासी अखाड़े का केंद्र बन चुका है। विपक्षी पार्टियों नेताओं के लगातार यहां पर पहुंचने से ये मामला काफी तूल पकड़ रहा है। इस मामले में हर रोज घटनाक्रम काफी तेजी से बदलता रहा। जिस मामले पर राजनीतिक बवाल मचा हुआ है वो घटना 3 अक्‍टूबर को तिकोनिया इलाके में घटी थी। आइए जानें तब से लेकर अब तक का घटनाक्रम :- 

रविवार 3 अक्‍टूबर को राज्‍य के डिप्‍टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या लखीमपुर खीरी के तय दौरे पर थे। उनको लेने के लिए गाडि़यों का काफिला जा रहा था। कहा जा रहा है कि काफिले में शामिल एक गाड़ी को केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा चला रहे थे। रास्‍ते में पड़ने वाले तिकोनिया इलाके में विरोध प्रदर्शन हो रहा था। आरोप है कि केंद्रीय मंत्री के बेटे ने जानबूझकर अपनी गाड़ी प्रदर्शनकारियों पर चढ़ा दी जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद भड़की हिंसा में कुल आठ लोग मारे गए थे। इसके बाद से ही यहां पर बवाल मचा है। किसानों का दावा है कि मंत्री के काफिले की एक कार के प्रदर्शनकारियों को रौंदने के बाद हिंसा भड़क गई। कुछ वाहनों को आग भी लगा दी गई। केंद्रीय मंत्री अजय कुमार मिश्रा ने उनके बेटे पर लगे आरोपों का खंडन किया है। उनका कहना है कि उनका बेटा उस वक्‍त वहां पर था ही नहीं। उन्‍होंने ये भी कहा है कि इस बात के उनके पास सुबूत भी हैं। आशीष मिश्रा ने कहा कि जिस वक्‍त ये घटना घटी उस वक्‍त वो बनवीरपुर गांव के अपने पैतृक घर में था। वहां पर एक कुश्‍ती मुकाबला का आयोजन किया गया था। विपक्षी दलों ने यूपी सरकार की घेराबंदी के लिए लखीमपुर कूच करने का किया एलान विपक्ष के मंसूबों को नाकामयाब करने में जुटी है यूपी सरकार, घटना की जांच के आदेश दिए गए। 

3-4 अक्‍टूबर  लखनऊ से लखीमपुर जा रही प्रियंका गांधी को किया गया अरेस्‍ट। सड़क पर दिखाई दिया हाई वोल्टेज ड्रामा। आखिरकार लखीमपुर खीरी पहुंचने में कामयाब हुई। बाद में हिरासत में लिया गया।  लखीमपुर खीरी पहुंचने की तैयारी में जुटे बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र को भी किया गया हाउस अरेस्‍ट।  घटनास्थल पर पहुंचने की तैयारी में जुटे कांग्रेस नेता राहुल गांधी, राष्ट्रीय लोक दल अध्यक्ष जयंत चौधरी और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव। राजनीतिक अखाड़ा बनता देख जिले में धारा 144 लगाई गई।  आम आदमी पार्टी ने भी यूपी सरकार के खिलाफ फूंका बिगुल। सभी जिला मुख्यालयों में प्रदर्शन का एलान किया। भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद को यूपी पुलिस ने लखीमपुर जाने से रोका।  छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्‍यक्ष शिवपाल यादव को भी राज्‍य सरकार ने लखीमपुर जाने से रोका।  आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने घटना की सीबीआइ जांच कराने, दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने और मृत किसानों के आश्रितों को उचित मुआवजा दिलाने की मांग की।  हरियाणा के अंबाला में भी लखीमपुर खीरी में हुई किसानों की मौत के विरोध में किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया है। संयुक्‍त किसान मोर्चा ने राष्‍ट्रपति को पत्र लिखकर गृह राज्‍य मंत्री अजय मिश्रा तेनी को बर्खास्‍त करने की मांग की है। साथ ही इसकी जांच के लिए एसआईटी का गठन करने की भी मांग की है। भाजपा सांसद वरुण गांधी ने भी घटना की निंदा, की जांच की मांग। 

5 अक्‍टूबर 2021

किसान नेताओं तथा लखीमपुर जिला प्रशासन के बीच में समझौता हुआ। इसके बाद किसान नेता चार मृतक किसानों का अंतिम संस्कार करने पर राजी हो गए हैं। समझौते के मुताबिक मृतक किसानों के परिवार को 45-45 लाख रुपये दिए जाएंगे। लखीमपुर खीरी जाने पर अड़े विपक्षी दल के नेता।  छत्‍तीसगढ़ और महाराष्‍ट्र के मुख्‍यमंत्रियों ने की घटना की निंदा।  लखनऊ में एक कार्यक्रम में शामिल हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। संबोधन में नहीं किया लखीमपुर का जिक्र।  प्रियंका गांधी ने कहा कि उन्‍हें बिना किसी एफआईआर और आदेश के किया गया गिरफ्तार।  कांग्रेसी नेता और पूर्व वित्‍तमंत्री चिदंबरम ने लगाया आरोप कि प्रियंका को उस वक्‍त गिरफ्तार किया गया जब वहां पर कोई महिला पुलिसकर्मी नहीं थी। इतना ही नहीं गिरफ्तारी के बाद उनका मेडिकल भी नहीं करवाया गया। 

6 अक्‍टूबर 2021

राहुल गांधी ने प्रेस कांफ्रेंस कर यूपी और केंद्र सरकार पर लगाए आरोपियों को बचाने के आरोप।  प्रशासन ने राहुल गांधी समेत कुछ और नेताओं को दी लखीमपुर जाने की इजाजत। हवाई अड्डे पर फिर धरने पर बैठे राहुल।  हवाई जहाज से पहले लखनऊ और फिर लखीमपुर पहुंचे राहुल गांधी। साथ में थी प्रियंका और दो राज्‍यों के सीएम।   कांग्रेस ने कहा कि किसानों और पीडि़तों का मुद्दा उठाते रहेंगे। कहा- न डरेंगे न ही चुप बैंठेंगे सुप्रीम कोर्ट ने लिया घटना पर स्‍वत: संज्ञान। तीन सदस्‍यीय पीठ करेगी सुनवाई।   छत्‍तीसगढ़, पंजाब सरकार का मृतकों को 50-50 लाख रुपये का मुआवजा देने का एलान।  राजस्‍थान में कांग्रेसियों ने यूपी सरकार के खिलाफ निकाला पैदल मार्च। 
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