केंद्रीय मंत्री पासवान ने बताया- क्‍यों रुला रही प्‍याज की कीमत, कब सुधरेंगे हालात

पासवान ने कहा कि देश के कई राज्‍य इन दिनों बाढ़ से प्रभावित हैं। इनमें मध्‍य प्रदेश और महाराष्‍ट्र जैसे राज्‍य भी शामिल हैं जहां प्‍याज का काफी उत्‍पादन होता है।

By Tilak RajEdited By: Publish:Tue, 24 Sep 2019 03:29 PM (IST) Updated:Tue, 24 Sep 2019 03:34 PM (IST)
केंद्रीय मंत्री पासवान ने बताया- क्‍यों रुला रही प्‍याज की कीमत, कब सुधरेंगे हालात
केंद्रीय मंत्री पासवान ने बताया- क्‍यों रुला रही प्‍याज की कीमत, कब सुधरेंगे हालात

नई दिल्‍ली, एएनआइ। दिल्‍ली में प्‍याज की कीमत जैसे ही बढ़ती है, तो मौजूदा सरकार के मंत्रियों की धड़कनें तेज हो जाती हैं। प्‍याज की कीमतों के मुद्दे पर ही दिल्‍ली में एक बार भाजपा की सरकार गिर गई थी। शायद इसलिए कीमत 80 रुपये पहुंचते ही दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 24 रुपये किलो में लोगों को प्‍याज उपलब्‍ध कराने का वादा किया। सोमवार को केजरीवाल ने बताया कि इसके लिए योजना तैयार की जा रही है और 10 दिनों के भीतर लोगों तक वह सस्‍ती दरों पर प्‍याज पहुंचा देंगे। हालांकि, केंद्र सरकार (National Co- Operative Consumers Federation Of India Ltd) ने दिल्‍ली की आप सरकार को पीछे छोड़ते हुए आज से ही राशन की दुकानों से सस्ते भाव पर प्याज बेचना शुरू कर दिया है। इस बीच खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान ने कहा कि देश में प्‍याज का कोई संकट नहीं है, बाढ़ के कारण यातायात प्रभावित होने की वजह से कीमतों में वृद्धि हुई है। इस स्थिति पर जल्‍द काबू पा लिया जाएगा।

बाढ़ के कारण मंडी में नहीं पहुंच पा रही प्‍याज

केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान ने कहा कि देश के कई राज्‍य इन दिनों बाढ़ से प्रभावित हैं। इनमें मध्‍य प्रदेश और महाराष्‍ट्र जैसे राज्‍य भी शामिल हैं, जहां प्‍याज का काफी उत्‍पादन होता है। बाढ़ की वजह से इन राज्‍यों में यातायात प्रभावित हुआ है, जिस कारण प्‍याज मंडी में कम आ रही है। प्‍याज की मंडियों में सप्‍लाई कम होने से इसकी कीमतों में तेजी आ गई है। हालांकि, उन्‍होंने भरोसा दिया कि जल्‍द ही इस समस्‍या को दूर कर दिया जाएगा। इस बीच केंद्र सरकार ने 22 रुपये किलो प्‍याज बेचना शुरू कर दिया है।

सरकार के पास ही 50 हजार टन प्याज का स्टॉक

पासवान ने जानकारी दी कि देश में प्‍याज का भरपूर स्‍टॉक है। उन्‍होंने बताया कि सरकार के पास ही 50 हजार टन प्याज का स्टॉक रखा हुआ है। ऐसे में लोगों को प्‍याज की बढ़ी कीमत को लेकर घबराने की ज्‍यादा आवश्‍यकता नहीं है। अगर सरकार पर यकीन किया जाए, तो लोगों को ज्‍यादा दिनों तक प्‍याज के आंसू नहीं रोने पड़ेंगे। बाढ़ग्रस्‍त इलाकों में जैसे ही यातायात सुचारु होगा, वैसे ही मंडी में प्‍याज आनी शुरू हो जाएगी और कीमत अपने आप घट जाएंगी।

प्याज की बढ़ी कीमतों को लेकर कांग्रेस हुई हमलावर

इधर, कांग्रेस को प्‍याज की बढ़ती कीमतों के रूप में मोदी सरकार पर हमला करने का एक मौका मिल गया है। कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा, 'पिछले कुछ महीनों से कई राज्‍यों में आई बाढ़ के कारण किसानों की फसल बर्बाद हो गई है। इसकी वजह से कीमतों में तेजी से वृद्धि हुई है। सरकार को इस मूल्य वृद्धि को नियंत्रित करने और किसानों को उनकी उपज के लिए उचित दर सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है।'

दिल्‍ली की आजादपुर मंडी में घटा प्‍याज स्‍टॉक

आजादपुर मंडी के आलू-प्याज मर्चेट एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने बताया कि मंडी में रोजाना प्याज की औसत मांग 15 सौ टन रहती है। दक्षिण भारत के राज्यों सहित महाराष्ट्र में बारिश के कारण प्याज के फसल को नुकसान के चलते मंडी में मांग के अनुरूप आवक नहीं हो रही है। मंडी में इन राज्यों के अलावा मध्य प्रदेश व राजस्थान से प्याज आ रहा है। हालांकि, मध्य प्रदेश व राजस्थान से हो रही आवक से दक्षिण भारत व महाराष्ट्र की कमी की भरपाई संभव नहीं है। ऐसे में कीमतें नीचे नहीं उतर पा रही हैं।

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