Rafale Debate: अब सरकार की सहयोगी शिवसेना का हमला, कहा- जेपीसी जांच से कैसा डर

Rafale Deal Debate Live Updates: लड़ाकू विमान राफेल के सौदे को लेकर एक बार फिर संसद में चर्चा हो रही है।

By Vikas JangraEdited By: Publish:Wed, 02 Jan 2019 11:41 AM (IST) Updated:Wed, 02 Jan 2019 05:39 PM (IST)
Rafale Debate: अब सरकार की सहयोगी शिवसेना का हमला, कहा- जेपीसी जांच से कैसा डर
Rafale Debate: अब सरकार की सहयोगी शिवसेना का हमला, कहा- जेपीसी जांच से कैसा डर

नई दिल्ली, जेएनएन। लड़ाकू विमान राफेल के सौदे को लेकर मंगलवार को एक बार फिर संसद में चर्चा हुई। इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस और सरकार दोनों ने खूब हंगामा किया। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने चर्चा की के दौरान जेपीसी की मांग दोहराई और कहा कि राफेल की पूरी दाल ही काली है। उधर, राफेल सौदे पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर फिर से पुनर्विचार याचिका दाखिल कर दी गई है।

लाइव अपडेट्सः-

- लोकसभा की कार्यवाही तीन जनवरी तक के लिए स्थगित, स्पीकर ने हंगामा करने वाले एआईएडीएमके के 26 सांसदों को निलंबित किया।

- शिवसेना ने राफेल मुद्दे पर सरकार से जेपीसी जांच की मांग की। पार्टी सांसद अरविंद गनपत सांवत ने कहा कि अगर सरकार सही है तो जेपीसी की जांच से डरना नहीं चाहिए। जेपीसी पर फैसला ले लेना चाहिए। सावंत ने कहा कि हमने नहीं कहा कि राफेल गलत है। जैसे बोफोर्स को लोग कहते हैं कि बोफोर्स सही था, डील गलत थी। वैसा ही राफेल के लिए लोग कहते हैं कि राफेल सही है, डील गलत है।

- राफेल सौदे को कांग्रेस राजनीतिक नजरिए से देख रही है। अगर हम राफेल का दाम सार्वजनिक करेंगे तो समझौते का उल्लंघन होता। राहुल गांधी को यह भी नहीं पता कि ऑफसेट क्या होता है? एक ऐसा दल जिसने देश पर 60 साल शासन किया उसके नेता को यह नहीं पता है कि ऑफसेट क्या है और उसके बाद उन्हें राफेल पर सवाल उठाना। यूपीए बताए कि उसने HAL वाला कॉन्ट्रैक्ट रद क्यों किया। राहुल गांधी का ज्ञान ABC से शुरू करना होगा।

- साल 2014 में सरकार बदलने के बाद राफेल पर काम शुरू हुआ। राफेल विमान में सेना को किन चीजों की जरूरत होगी इसको तय करने के लिए तकरीबन 74 बैठकें हुईं उसके बाद ही इस डील को फाइनल किया गया : जेटली

- जेटली ने कहा कि बेसिक राफेल हवाई जहाज का दाम यूपीए के समय से 9 फीसद सस्ता है। जबकि, पूरी तरह हथियारों से लैस राफेल का दाम यूपीए के समय से 20% सस्ता है। 

- कांग्रेस को देश की सुरक्षा को गंभीरता से लेना चाहिए। राहुल गांधी से अनुरोध करता हूं कि वह अपने पद और अपने दल की गरिमा का पूरा ख्याल रखें और फिर अपनी बात कहें।

- सदन की कार्यवाही फिर से शुरू होने के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि 2001 से वायुसेना इसकी मांग कर रही थी। सेना के लिए सिर्फ हवाई जहाज काफी नहीं होता, यह तो सिर्फ उड़ने का माध्यम है। हवाई जहाज पर लगे अन्य आयुध उपकरण ही सेना को लड़ाई में काम आते हैं।

- सदन में हंगामा कम नहीं हो रहा है। जिसे देखते हुए स्पीकर ने सदन की कार्यवाही को साढ़े तीन बजे तक फिर से स्थगित कर दिया है। 

- सदन में कांग्रेस नेताओं की ओर से कागज के हवाई जहाज बनाकर फेंके जा रहे हैं। इस पर स्पीकर सुमित्रा महाजन ने सदस्यों को टोका लेकिन फिर भी वे नहीं रुके। जिस पर अरुण जेटली ने कांग्रेस पर तंज कसा। 

- अरुण जेटली ने कहा कि देश की सुरक्षा के लिए राफेल जरूरी था। उन्होंने पूछा कि 3-3 घोटालों में एक ही परिवार का नाम क्यों आया?

- जेटली ने राहुल गांधी की ओर इशारा करते हुए कहा, 'वो जब किशोर थे तो क्या मिस्टर क्यू (क्वात्रोच्ची) की गोद में खेले थे?. बोफोर्स मामले में जिसके बारे में खुद नोबेल इंडस्ट्री के सीईओ ने लिखा था कि किसी भी कीमत पर मिस्टर क्यू को बचाया जाए।'

- राफेल सौदे के जवाब में अरुण जेटली ने बोफोर्स तोप सौदे का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को कॉम्बैट जेट्स की समझ नहीं।'

- अरुण जेटली ने कहा, 'राफेल की कीमत को लेकर जो बात हो रही है। वो इसीलिए क्योंकि इस देश में कुछ परिवार ऐसे हैं, जिन्हें पैसा का गणित तो समझ आता है लेकिन देश की सुरक्षा समझ नहीं आती है।'

- राहुल के सवालों पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा, 'जब सु्प्रीम कोर्ट ने ही इस मामले में फैसला दे दिया है, फिर भी राहुल गांधी इस बारे में सवाल कर रहे हैं।'

- राहुल के राफेल पर दावों का वित्त मंत्री अरुण जेटली जवाब ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि राहुल लगातार झूठ बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में जो कुछ भी कहा गया, उसका एक एक शब्द झूठ है।

- राहुल गांधी ने फिर से सदन में जेपीसी की मांग दोहराई। उन्होंने कहा कि जेपीसी में पता लग जाएगा कि राफेल सौदे में भ्रष्टाचार हुआ है। 

- राहुल गांधी ने कहा, 'राफेल सौदे का मामला शुरू हुआ तो हमने सोचा था कि दाल में कुछ काला है। फिर धीरे-धीरे खुलासे हुए और पता लगा कि पूरी दाल ही काली है।'

- राहुल गांधी ने कहा, 'ये जो टेप निकली है, इसमें गोवा के मुख्यमंत्री के कैबिनेट बैठक में सबके सामने बोला कि राफेल केस की फाइल्स मेरे घर में पड़ी हुई हैं।'

- अरुण जेटली ने कहा, 'राहुल जानते हैं कि टेप फर्जी है, इसीलिए वे इसे सत्यापित नहीं कर रहे। यह आदमी (राहुल) झूठा है, दिन में पांच बार झूठ बोलता है।'

- सदन में फिलहाल, दोनों ओर से हंगामा जारी है। इसी बीच AIDMK के लोग भी नारेबाजी कर रहे हैं। हंगामा बढ़ते देख राहुल गांधी ने कहा कि वे टेप नहीं चलाएंगे।

- इस पर राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा के लोग टेप से डर गए हैं। पीएम मोदी भी कमरे में जाकर छुप गए हैं। 

- अरुण जेटली ने कहा कि ये ऑडियो टेप फर्जी है। लेकिन फिर भी राहुल गांधी इसे सदन में चलाना चाहते हैं तो इसे सत्यापित करें और जिम्मेदारी लें कि अगर फर्जी निकला तो कार्रवाई का सामना करेंगें। 

- राहुल गांधी ने लोकसभा स्पीकर से गोवा के मंत्री का ऑडियो टेप सुनाने की इजाजत मांगी। जिसका वित्त मंत्री अरुण जेटली ने जोरदार विरोध किया। स्पीकर ने टेप सुनाने की इजाजत नहीं दी। 

- राहुल गांधी ने पूछा, 'राफेल एयरक्राफ्ट का चयन एयरफोर्स की 8 सालों की कड़ी मेहनत के बाद हुआ था। उन्हें 126 विमानों की जरूरत थी। सवाल ये है कि 126 से 36 विमान खरीदने का फैसला किसने लिया?'

- कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी राफेल सौदे पर विचार रख रहे हैं। इस दौरान सदन में नारेबाजी करते AIDMK के नेताओं के लिए उन्होंने कहा कि वे प्रधानमंत्री को बचाने का प्रयास कर रहे हैं। 

ऐसे तैयार हुई चर्चा की जमीन
गौरतलब है कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सोमवार को लोक सभा में इस सौदे की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति बनाने की मांग और नारेबाजी कर रहे कांग्रेसी नेताओं को इस मुद्दे पर बहस की चुनौती दी थी। लोक सभा में भोजनावकाश के बाद जैसे ही सदन की कार्यवाही अनुदान की पूरक मांगों पर चर्चा के लिए शुरु हुई तभी कांग्रेस नेता खड़गे ने खड़े होकर राफेल सौदे की जांच के लिए जेपीसी गठित करने की मांग दोहरा दी।

इस पर वित्त मंत्री ने कहा कि खड़गे को इस मुद्दे पर तत्काल ही चर्चा शुरू कर देनी चाहिए। सरकार जवाब देने को तैयार है। जेटली ने कहा कि खड़गे चर्चा से भाग रहे हैं। उन्होंने कहा कि राफेल मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए। यह चर्चा होने पर वह साबित कर देंगे कि कांग्रेस पार्टी झूठ फैला रही है। 

कांग्रेस ने स्वीकारी चुनौती
तभी खड़गे ने कहा कि जेटलीजी ने उन्हें चुनौती दी है और दो जनवरी को वह इस पर बहस को तैयार हैं। कृपया समय तय कर दिया जाए। इसके बाद जब सदन की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित होने वाली थी तभी खड़गे ने लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को चर्चा के बारे में याद दिलाते हुए इसके लिए समय मांगा।

इस पर महाजन ने कहा कि वह समय के बारे में निर्णय करेंगी, लेकिन खड़गे तत्काल ही उनसे तारीख और समय का निर्णय नहीं करा सकते। महाजन ने खड़गे से कहा कि वह उनकी चुनौती उनके पास ही रखें और लोक सभा अध्यक्ष को चुनौती न दें।


राफेल सौदे के फैसले पर पुनर्विचार याचिका दाखिल
वहीं, दूसरी ओर राफेल सौदे पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर पुनर्विचार याचिका दाखिल की गई है। भाजपा के पूर्व नेता यशवंत सिन्हा और अरुण शौरी के अलावा वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने सु्प्रीम कोर्ट से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग की है। इन तीनों ने कोर्ट को 14 दिसंबर के याचिका खारिज करने के फ़ैसले पर पुनर्विचार के कई आधार दिए हैं। 

कांग्रेस के आरोपः मनोहर पर्रिकर के पास हैं राफेल की फाइल्स
कांग्रेस पार्टी ने राफेल लड़ाकू विमान सौदे पर अब पूर्व रक्षा मंत्री और गोवा के मुख्‍यमंत्री मनोहर पर्रीकर को घेरा है। रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस के दौरान पर्रीकर पर गंभीर आरोप लगाए। साथ ही मोदी सरकार से सवाल किया कि राफेल सौदे से जुड़े कौन-से राज पर्रीकर के फ्लैट में छिपे हैं। कांग्रेस ने मांग की कि राफेल विमान सौदे से जुड़ी फाइलें सामने लाई जाएं।

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