मंडला में PM मोदी ने दिया ग्राम विकास का मंत्र, शिक्षा पर जोर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को गांव को विकास का मंत्र दिया। उन्होंने जन-धन, वन-धन और गोबर-धन का मंत्र ग्रामीणों को दिया।

By Arti YadavEdited By: Publish:Tue, 24 Apr 2018 07:14 AM (IST) Updated:Tue, 24 Apr 2018 03:21 PM (IST)
मंडला में PM मोदी ने दिया ग्राम विकास का मंत्र, शिक्षा पर जोर
मंडला में PM मोदी ने दिया ग्राम विकास का मंत्र, शिक्षा पर जोर

भोपाल (नईदुनिया)। अपने एक दिनी कार्यक्रम के तहत मंडला पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को गांव को विकास का मंत्र दिया। उन्होंने जन-धन, वन-धन और गोबर-धन का मंत्र ग्रामीणों को दिया। पीएम ने गांव के बच्चों को शिक्षित बनाने पर विशेष जोर देते हुए कहा कि सभी संकल्प लें कि कोई भी बच्चा अशिक्षित नहीं रहे। पीएम मोदी ने इस अवसर पर आदिवासी विकास योजना, राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान और राष्ट्रीय ग्रामीण स्वरोजगार योजना का शुभारंभ किया।

राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस कार्यक्रम में शिरकत कर रहे प्रधानमंत्री ने मंडला के मनेरी में 120 करोड़ की लागत से एलपीजी बॉटलिंग प्लांट का शिलान्यास भी किया। कार्यक्रम में महामहिम राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी मौजूद रहे। प्रधानमंत्री ने अमरावती और शहडोल की सरपंच को सम्मानित किया। देशभर के 900 से ज्यादा पंचायतों के प्रतिनिधि इस कार्यक्रम में शामिल हुए।

कार्यक्रम में अपने संबोधन की शुरुआत पीएम मोदी ने स्थानीय गोंडी बोली से की। पीएम ने कार्यक्रम में मौजूद सभी पंचायत प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए ग्राम विकास का मंत्र दिया। उन्होंने कहा कि सभी लोग गांव के विकास का संकल्प लें और ये कोशिश करें कि सरकारों की सभी योजनाओं का लाभ गांव और ग्रामीणों को मिले। पीएम मोदी ने शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि सभी लोग कोशिश करें कि गांव का कोई भी बच्चा पढ़ाई से वंचित ना रहे। गांव के लिए कुछ करने का संकल्प लें। केंद्र सरकार बच्चों की शिक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि हमें गांधी के सपनों को पूरा करने का अवसर मिला है। गांधी कहते थे भारत की पहचान गांवों से है।

पीएम मोदी ने कहा जन-धन, वन-धन और गोबर-धन से गांवोंं के विकास संभव है। इसी से गांवों में समृद्धि आएगी। उन्होंने कहा कि पहली बार योजनाबद्ध तरीके से आदिवासी वर्ग के लिए काम होंगे। गांवों का विकास भी व्यवस्थित तरीके से किया जाएगा। गांवो में सड़क, स्टॉप डैम, पानी की उपलब्धता, बिजली आदि सभी का काम व्यवस्थित तरीके से की जाएगी। किसानों को आत्मनिर्भर बनाना सरकार का लक्ष्य है।

कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश में आदिवासियों के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी गई। सीएम शिवराज ने बताया कि आदिवासी संस्कृति, आदिवासी मूल्यों के संरक्षण के लिए प्रदेश में अगले 5 साल में 2 लाख करोड़ रुपये खर्च किेए जाएंगे। ये राशि आदिवासियों के घर

उन्होंने ये भी कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार देश-प्रदेश के संसाधनों पर पहले भारतीयों के हक की बात प्रमुखता से उठा रही है, ऐसे में इसका फायदा समाज के अंतिम व्यक्ति को मिल रहा है। सीएम ने ये भी कहा कि देश के उत्थान और गरीबों के कल्याण के लिए अनथक काम कर रहे कर्मठ प्रधानमंत्री का मध्यप्रदेश की धरती पर स्वागत है।इससे पहले सुबह प्रधानमंत्री जबलपुर एयरपोर्ट पहुंचे, जहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनका स्वागत किया।

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