Parliament winter Session : लखीमपुर खीरी कांड में मंत्री के इस्तीफे को लेकर सरकार और विपक्ष में ठनी

लखीमपुर खीरी कांड में एसआइटी रिपोर्ट को लेकर सवालों में घिरे केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के इस्तीफे को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच सियासी जंग ठन गई है। विपक्ष ने गुरुवार को संसद के दोनों सदनों में सरकार की घेरेबंदी करते हुए जमकर हंगामा किया

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Thu, 16 Dec 2021 10:00 PM (IST) Updated:Sat, 18 Dec 2021 07:00 AM (IST)
Parliament winter Session : लखीमपुर खीरी कांड में मंत्री के इस्तीफे को लेकर सरकार और विपक्ष में ठनी
विपक्ष ने गुरुवार को संसद के दोनों सदनों में सरकार की घेरेबंदी करते हुए जमकर हंगामा किया

 नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। लखीमपुर खीरी कांड में एसआइटी रिपोर्ट को लेकर सवालों में घिरे केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के इस्तीफे को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच सियासी जंग ठन गई है। सत्तापक्ष की ओर से मिश्रा को नहीं हटाने का संकेत दिए जाने से उद्वेलित विपक्ष ने गुरुवार को संसद के दोनों सदनों में सरकार की घेरेबंदी करते हुए जमकर हंगामा किया। विपक्ष के हमले की अगुआई करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने असंसदीय शब्द कहा, जिसे कार्यवाही से हटा दिया गया। राज्यसभा में तमाम विपक्षी दलों ने एकजुट होकर 12 सांसदों के निलंबन के साथ लखीमपुर कांड को लेकर हंगामा करते हुए सदन को ठप कराया। जबकि सरकारी सूत्रों के अनुसार टेनी का उस घटना से कोई प्रत्यक्ष संबंध नहीं है। सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच चल रही है। ऐसे में विपक्ष का विरोध केवल अवरोध के लिए है।

विपक्ष के हंगामे के चलते दोनों सदनों की कार्यवाही ठप

लोकसभा में राहुल गांधी ने प्रश्नकाल शुरू होते ही एमएसएमई से जुड़े अपने सवाल को पूछने से पहले उत्तर प्रदेश की एसआइटी की रिपोर्ट में लखीमपुर कांड को सुनियोजित बताए जाने की बात उठाते हुए इस पर बोलने की इजाजत मांगी। स्पीकर ओम बिरला ने उन्हें केवल अपने सूचीबद्ध सवाल पूछने के लिए कहा तो इस पर कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने वेल में जाकर हंगामा शुरू कर दिया। गृह राज्यमंत्री को कठघरे में खड़ा करने के प्रयासों का भाजपा सांसदों ने विरोध किया और दोनों तरफ से शोर-गुल होने लगा।

गृह राज्यमंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर आक्रामक हुआ विपक्ष

हंगामे के बीच राहुल गांधी ने कहा कि मंत्री ने किसानों को मारा है और षड्यंत्र करते हुए इस कांड को अंजाम दिया है। इसमें मंत्री की भागीदारी है। इसलिए मंत्री को सरकार से निकाल कर उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। संसदीय कार्यमंत्री प्रल्हाद जोशी ने एतराज जताते हुए कहा कि कांग्रेस के सदस्य वेल में हैं और ऐसे में राहुल गांधी को बोलने की इजाजत कैसे दी जा सकती है। सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच जारी वाकयुद्ध के दौरान कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने बुधवार को अजय मिश्रा द्वारा पत्रकारों से बदसुलूकी का मामला भी उठाया। दोनों पक्षों के बीच शोरगुल तेज होते देख स्पीकर ने राहुल के सवाल को छोड़ अगले प्रश्न को ले लिया। मगर विपक्ष के आक्रामक तेवरों को भांपते हुए सदन को दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। इस हंगामे के दौरान वेल में कांग्रेस, द्रमुक, राकांपा, वामदलों के अलावा तृणमूल कांग्रेस के सांसद भी शामिल हुए।

राज्यसभा में 12 सदस्यों के निलंबन का मुद्दा भी उठा

राज्यसभा में भी सदन शुरू होते ही विपक्षी दलों ने अपने 12 सदस्यों के निलंबन के साथ लखीमपुर कांड का मुद्दा उठाते हुए गृह राज्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की। तृणमूल समेत कुछ अन्य विपक्षी दलों के सांसदों ने लखीमपुर को लेकर कार्यस्थगन प्रस्ताव का नोटिस भी दिया था। हंगामे के बीच नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इन दोनों मुद्दों पर बोलने की कोशिश की, मगर सभापति वेंकैया नायडू ने उनको इजाजत नहीं दी और शोर-गुल बढ़ता देख सदन दो बजे तक स्थगित कर दिया। सदन दोबारा शुरू हुआ, तब भी विपक्ष के तेवरों में नरमी नहीं आई और बिना किसी कामकाज के राज्यसभा पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई।

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