कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मनमोहन सिंह सहित राज्यसभा के 14 सांसदों ने मानसून सत्र से ली छुट्टी

कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए पूरे संसद सत्र के दौरान परिसर में ही कोरोना जांच की व्यवस्था रखी गई है।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Wed, 16 Sep 2020 08:32 PM (IST) Updated:Wed, 16 Sep 2020 08:32 PM (IST)
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मनमोहन सिंह सहित राज्यसभा के 14 सांसदों ने मानसून सत्र से ली छुट्टी
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मनमोहन सिंह सहित राज्यसभा के 14 सांसदों ने मानसून सत्र से ली छुट्टी

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए संसद में भले ही सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए गए है, लेकिन इसके बाद भी सांसदों में कोरोना का डर साफ देखने को मिल रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम सहित राज्यसभा के दर्जन भर से ज्यादा सांसदों ने कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच स्वास्थ्य कारणों से मानसून सत्र से छुट्टी ले ली है। इन सभी सासंदों ने सभापति को इसे लेकर पत्र भेज दिया है।

सभापति नायडू ने कोरोना के चलते उम्रदराज सांसदों को छुट्टी का विकल्प दिया था

राज्यसभा सभापति एम. वैंकेया नायडू ने बुधवार को इसकी जानकारी दी। हालांकि नायडू ने मानसून सत्र शुरू होने के पहले दिन ही सोमवार को ही 65 साल से ज्यादा उम्रदराज सांसदों को छुट्टी का विकल्प दिया था। साथ ही कहा था कि वह छुट्टी के आवेदन दे सकते है। फिलहाल इस दौरान पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पी चिदंबरम के अतिरिक्त राज्यसभा के जिन सांसदों ने सत्र के दौरान छुट्टी के आवेदन दिया है, उनमें कांग्रेस नेता आस्कर फर्नाडीज, एआइडीएमके के नवनीत कृष्णणन, आप सासंद सुशील कुमार गुप्ता, टीएमसी नेता मानस रंजन भूनिया, वायएसआर कांग्रेस सांसद परिमल नाथवानी, नामित सदस्य नरेंद्र जादव, टीआरएस की वी.लक्ष्मीकांता राव और बंदा प्रकाश, जेएडयू के महेंद्र प्रसाद, नागा पीपुल्स फ्रंट के केजी केन्ये आदि शामिल है।

सभापति ने कहा- 14 सांसदों में से तीन को छोड़कर शेष सभी ने पूरे सत्र के लिए मांगी छुट्टी

सभापति ने बताया कि जिन 14 सांसदों के छुट्टी के लिए आवेदन मिले है, उनमें से तीन सांसदों को छोड़कर सभी ने पूरे सत्र के लिए छुट्टी मांगी है। आखिरकार नायडू ने इन सभी सांसदों की छुट्टी को स्वीकृत दे दी है।

संसद में आने वाले हरेक व्यक्ति की कोरोना जांच अनिवार्य 

कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए संसद में इस बार आने वाले हरेक व्यक्ति की कोरोना जांच को अनिवार्य किया है। इस दौरान सभी सांसदों की भी जांच कराई गई थी। इस दौरान लोकसभा सांसद मीनाक्षी लेखी, प्रवेश वर्मा सहित करीब 17 सांसद कोरोना से संक्रमित भी पाए गए। इसके साथ ही जांच में सांसदों के सहयोगी और संसद के स्टाफ भी संक्रमित मिले थे। वहीं कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए पूरे संसद सत्र के दौरान परिसर में ही कोरोना जांच की व्यवस्था रखी गई है।

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