Maharashtra Politics: NCP में आई दरार, शरद पवार की नाक के नीचे भाजपा से जा मिले अजीत पवार !

Maharashtra Politics महाराष्ट्र में अचानक बदली सियासी तस्वीर पर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि भाजपा को समर्थन देना का अजीत पवार का व्यक्तिगत फैसला है।

By Shashank PandeyEdited By: Publish:Sat, 23 Nov 2019 09:53 AM (IST) Updated:Sat, 23 Nov 2019 11:01 AM (IST)
Maharashtra Politics: NCP में आई दरार, शरद पवार की नाक के नीचे भाजपा से जा मिले अजीत पवार !
Maharashtra Politics: NCP में आई दरार, शरद पवार की नाक के नीचे भाजपा से जा मिले अजीत पवार !

मुंबई, एएनआइ।Maharashtra Politics, महाराष्ट्र की सियासत ने आज 360 डिग्री का यू-टर्न लिया। शुक्रवार की आधी रात तक महाराष्ट्र में शिवसेना-एनसीपी और कांग्रेस की गठबंधन सरकार बनने की ओर आगे बढ़ रही थी, जो आज सुबह होते-होते पूरी तरह से बदल गई। यहां की राजनीतिक फिजा बदली और भाजपा-एनसीपी ने मिलकर यहां सरकार बना ली। देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली तो एनसीपी के अजीत पवार डिप्टी सीएम बनाए गए।

भाजपा ने NCP के साथ मिलकर बनाई सरकार

महाराष्ट्र में एनसीपी ने मिलकर भाजपा के साथ सरकार बनाई, जो कल तक शिवसेना-कांग्रेस के साथ महाराष्ट्र में सरकार बनाने की कवायद में जुटी थी। इन सबके बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार की भूमिका को लेकर सबसे मन में सवाल उठ रहे थे, जिन्होंने कुछ दिनों पहले ही पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी, जिसके बाद आज महाराष्ट्र में सियासी तस्वीर बदली और सब यही सोच रहे थे कि आखिर एनसीपी की ओर से अचानक ऐसा फैसला कैसे लिया गया ? इसपर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने सफाई दी है और कहा है कि हमारा इस फैसले से कोई लेना-देना नहीं है।

शरद पवार बोले- ये मेरा फैसला नहीं

महाराष्ट्र में अचानक बदली सियासी तस्वीर पर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि उन्हें इस फैसले के बारे में कोई जानकारी नहीं थी और यह अजीत पवार का व्यक्तिगत फैसला है। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक शरद पवार ने कहा है कि महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए भाजपा को समर्थन देने का अजीत पवार का फैसला उनका व्यक्तिगत निर्णय है न कि एनसीपी का। उन्होंने साफ किया कि हम उनके इस फैसले का समर्थन या समर्थन नहीं करते हैं।

शरद पवार की ओर से यह बयान आया है जो महाराष्ट्र की सियासत को पिछले कुछ दिनों चला रहे थे, लेकिन उनकी नाक के नीचे से एनसीपी के ही नेता अजीत पवार ने भाजपा के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बना ली ।शरद पवार की ओर से आया यह बयान साफ बता रहा है कि एनसीपी में कहीं ना कहीं दरार जरूर आ चुकी है। इतना बड़ा फैसला लेने से पहले शरद पवार से कोई सहमति ना लेना इस बात को और पुख्ता करता है।

chat bot
आपका साथी