Maharashtra Crisis: महाराष्‍ट्र की राजनीति में बड़ा उलटफेर; राज्‍यपाल से मिलने के बाद देवेंद्र फडणवीस का एलान

महाराष्‍ट्र की राजनीति में बड़ा उलटफेर हो गया है। भाजपा के कद्दावर नेता देवेंद्र फडणवीस ने अब एलान कर दिया है कि एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री होंगे। शपथ समारोह आज शाम 7.30 बजे होगा। पढ़ें पूरी रिपोर्ट...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Thu, 30 Jun 2022 04:19 PM (IST) Updated:Thu, 30 Jun 2022 05:42 PM (IST)
Maharashtra Crisis: महाराष्‍ट्र की राजनीति में बड़ा उलटफेर; राज्‍यपाल से मिलने के बाद देवेंद्र फडणवीस का एलान
महाराष्‍ट्र में जारी सियासी संकट के थमने के आसार नजर आने लगे हैं।

मुंबई, एजेंसियां। एकनाथ शिंदे के मुंबई में दाखिल होने के साथ ही महाराष्‍ट्र की राजनीति में बड़ा उलटफेर हो गया है। भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने एकनाथ शिंदे के साथ एक संयुक्त प्रेस वार्ता में घोषणा की कि एकनाथ शिंदे सूबे के नए मुख्यमंत्री होंगे। शपथ समारोह आज शाम 7.30 बजे होगा। मालूम हो कि एकनाथ शिंदे गुरुवार दोपहर को गोवा से मुंबई पहुंचे। उन्‍होंने भाजपा के कद्दावर नेता देवेंद्र फडणवीस से दक्षिण मुंबई में उनके आधिकारिक आवास पर मुलाकात की। शिंदे और फडणवीस के बीच बैठक हुई जिसके बाद दोनों नेता राजभवन पहुंचे और राज्‍यपाल को समर्थक विधायकों की सूची सौंपी।

#WATCH मुंबई: एकनाथ शिंदे और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीसउनके आवास से राजभवन के लिए निकले। pic.twitter.com/UW96NnYkVD— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 30, 2022

भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि शिवसेना विधायक मांग कर रहे थे कि कांग्रेस और एनसीपी से गठबंधन खत्म किया जाए लेकिन उद्धव ठाकरे ने इन विधायकों की अनदेखी कर एमवीए गठबंधन के सहयोगियों को प्राथमिकता दी। उद्धव के फैसलों से आहत विधायकों ने पार्टी में आवाज बुलंद की। शिवसेना ने उन लोगों के साथ गठबंधन किया जो हिंदुत्व और सावरकर के खिलाफ हैं। शिवसेना ने जनादेश का अपमान किया।

फडणवीस ने कहा कि साल 2019 में भाजपा और शिवसेना दोनों ने साथ चुनाव लड़ा। प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में इस गठबंधन को पूर्ण बहुमत मिला। प्रधानमंत्री जी ने चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री के नाम के रूप में जिसकी घोषणा की वह सबको मंजूर भी था लेकिन बालासाहेब ठाकरे जी ने जिन विचारों का जीवन भर विरोध किया वो (उद्धव ठाकरे) उनके साथ चले गए।

वहीं एकनाथ शिंदे ने कहा कि हमने जो निर्णय लिया है वह बालासाहेब के हिंदुत्व और हमारे विधायकों के निर्वाचन क्षेत्रों में विकास कार्यों के लिए प्रतिबद्ध है। हमारे साथ 50 विधायक हैं।

इससे पहले दोनों ही नेता राज्‍यपाल भग‍त सिंह कोश्‍यारी से मिलकर उन्‍हें सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए समर्थक विधायकों की सूची सौंपी। भाजपा ने कहा कि उसे कुल 170 विधायकों का समर्थन हासिल है, जिसमें शिंदे के बागी गुट के विधायक भी शामिल हैं। एकनाथ शिंदे के आने के बाद मुंबई पुलिस ने सुरक्षा के तगड़े बंदोबस्त किए हैं। सड़कें खाली रखी गईं ताकि दक्षिण मुंबई के मालाबार हिल स्थित फडणवीस के आधिकारिक बंगले 'सागर' जाने के दौरान शिंदे के काफिले को कोई बाधा न पहुंचे।

एक अधिकारी ने बताया कि संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून और व्यवस्था) विश्वास नांगरे पाटिल ने खुद घुड़सवार दल का नेतृत्व किया, जबकि अन्य पुलिस अधिकारी त्वरित आवाजाही के लिए पूरे मार्ग पर पहरा देते नजर आए। शिवसेना समर्थक कोई बाधा न पहुंचाए इसके लिए पुख्‍ता सुरक्षा इंतजाम किए गए थे। शिंदे गुरुवार को दोपहर चार्टर्ड विमान से मुंबई हवाईअड्डे पर उतरे जिसके बाद उन्‍हें वरिष्ठ पुलिस अधिकारी दक्षिण मुंबई लेकर गए। शिंदे के काफिले के मार्ग को सुगम बनाने के लिए यातायात रोक दिया गया था।

शिंदे पूरे रास्ते समर्थकों का हाथ हिलाकर अभिवादन करते नजर आए। अधिकारियों ने बताया कि दक्षिण मुंबई के मालाबार हिल स्थित फडणवीस के आधिकारिक बंगले 'सागर' के बाहर प्रदर्शन करने की कोशिश कर रहे शिवसेना के कुछ कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है।

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