कर्नाटक चुनाव: कांग्रेस ने जारी की 11 उम्मीदवारों की सूची, बादामी सीट से भी चुनाव लड़ेंगे सिद्दरमैया

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरमैया बादामी क्षेत्र से 24 अप्रैल को नामांकन पत्र भरेंगे।

By Arti YadavEdited By: Publish:Sun, 22 Apr 2018 02:46 PM (IST) Updated:Sun, 22 Apr 2018 02:53 PM (IST)
कर्नाटक चुनाव: कांग्रेस ने जारी की 11 उम्मीदवारों की सूची, बादामी सीट से भी चुनाव लड़ेंगे सिद्दरमैया
कर्नाटक चुनाव: कांग्रेस ने जारी की 11 उम्मीदवारों की सूची, बादामी सीट से भी चुनाव लड़ेंगे सिद्दरमैया

बेंगलुरु (प्रेट्र)। कांग्रेस ने रविवार को कर्नाटक विधानसभा चुनावों के लिए 11 उम्मीदवारों की सूची जारी की है। सिद्दरमैया चामुंडेश्वरी के साथ बादामी सीट से भी चुनाव लड़ेंगे। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरमैया के दो जगहों से चुनाव लड़ने को लेकर उहापोह की स्थिति शनिवार को खत्म हो गई। मुख्यमंत्री दो स्थानों से चुनाव मैदान में होंगे। वह उत्तरी कर्नाटक में बादामी क्षेत्र से 24 अप्रैल को नामांकन पत्र भरेंगे। विधानसभा के लिए राज्य में 12 मई को मतदान कराए जाएंगे।

सिद्दरमैया ने कहा है कि उनकी इच्छा मैसुरु में चामुंडेश्वरी क्षेत्र से चुनाव लड़ने की रही, लेकिन स्थानीय पार्टी नेताओं का दबाव है कि वह बादामी से भी चुनाव लड़ें। इससे उत्तरी कर्नाटक में कांग्रेस की स्थिति मजबूत होगी। मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा कि 24 अप्रैल को दिन के दो से तीन बजे के बीच वह अपना नामांकन पत्र सौंपेंगे। इससे पहले मुख्यमंत्री कार्यालय ने 23 अप्रैल की तारीख बताई थी। बयान वापस लेने के बाद रहस्य गहरा गया था। मुख्यमंत्री चामुंडेश्वरी से नामांकन भर चुके हैं।

368 लोगों ने नामांकन पत्र भरा

कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार को 368 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन पत्र दायर किया। नामांकन पत्र भरने वालों में पूर्व मंत्री बी. श्रीरामुलु भी शामिल हैं। अभी तक कुल 1,144 नामांकन भरे जा चुके हैं।

कारोबारी जी. जनार्दन रेड्डी के करीबी और बेल्लारी से लोकसभा सांसद श्रीरामुलु ने चित्रदुर्ग जिले में मोलाकाल्मुरु से नामांकन पत्र भरा है। नामांकन पत्र भरते समय उनके साथ रेड्डी, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा के मुख्यमंत्री प्रत्याशी बीएस येद्दयुरप्पा भी मौजूद थे।

उडुपी मठ के प्रधान ने निर्दलीय के रूप में पर्चा भरा

कई सदी पुराने उडुपी के अष्ट मठ के प्रधान श्री लक्षमीवरा तीर्थ स्वामी ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पर्चा भरा है। इस मठ के इतिहास में पहला मौका है जब उसके प्रधान चुनाव मैदान में उतरने जा रहे हैं। उन्होंने भाजपा से टिकट लेने का प्रयास किया था, लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया। उन्होंने कहा कि उनके मैदान में उतरने से भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लाभ होगा। लोग उनका समर्थन करेंगे।

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