सिंधिया के गढ़ में 12 को ताकत दिखाएंगे कमल नाथ, रैली के जरिये भाजपा को देंगे जवाब

कमल नाथ जनता के बीच अपनी बात रखने जा रहे हैं। जनमानस के साथ भाजपा ने जो धोखा किया है उसे सभी जानते हैं।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Fri, 04 Sep 2020 08:09 PM (IST) Updated:Fri, 04 Sep 2020 08:09 PM (IST)
सिंधिया के गढ़ में 12 को ताकत दिखाएंगे कमल नाथ, रैली के जरिये भाजपा को देंगे जवाब
सिंधिया के गढ़ में 12 को ताकत दिखाएंगे कमल नाथ, रैली के जरिये भाजपा को देंगे जवाब

भोपाल, स्टेट ब्यूरो। मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ 12 सितंबर को ग्वालियर जा रहे हैं। अपनी सरकार गिरने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ में कमल नाथ पहली बार ताकत दिखाएंगे। वह आम जनमानस के ऊपर थोपे गए उपचुनाव को लेकर भाजपा पर हमला बोलने के साथ ही बुनियादी कांग्रेस कार्यकर्ताओं का हौसला भी बढ़ाएंगे। कमल नाथ के इस दौरे को कई मायने में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

जनमानस के बीच अभी कांग्रेस की पकड़ ढीली नहीं हुई

विधानसभा की 27 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में से 16 सीटें ग्वालियर-चंबल संभाग की ही हैं। सिंधिया के वर्चस्व वाले इस इलाके से ही कांग्रेस को सर्वाधिक झटका लगा। भाजपा ने पिछले दिनों यह दावा किया था कि इस अंचल के 76 हजार से अधिक कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा की सदस्यता हासिल कर ली है। कमल नाथ की रैली में आने वाली भीड़ से कांग्रेस यह संदेश देने की कोशिश करेगी कि आम जनमानस के बीच अभी कांग्रेस की पकड़ ढीली नहीं हुई है। इसीलिए पूरी ताकत के साथ वहां तैयारी की जा रही है।

ग्वालियर के वार रूम से भाजपा और सिंधिया पर हमलावर

ग्वालियर क्षेत्र के महत्व का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने अपना केंद्रीय वार रूम वहीं बनाया है। प्रदेश प्रवक्ता केके मिश्रा और पूर्व महापौर विभा पटेल को सिंधिया व भाजपा से मुकाबले की जिम्मेदारी दी गई है। कांग्रेस ने दोनों पर जितने भी हमले किए हैं, वह ग्वालियर के वार रूम का ही कमाल है।

मूल कार्यकर्ताओं से कांग्रेस को उम्मीद

कांग्रेस का दावा है कि ग्वालियर क्षेत्र में कराए गए सर्वे में यह बात सामने आई कि सिंधिया के भाजपा मे जाने के बाद जो समर्पित कार्यकर्ता तटस्थ थे, वे अब पार्टी के प्रति अपना समर्पण दिखाने लगे हैं। इसीलिए कांग्रेस को अब अपने मूल कार्यकर्ताओं से उम्मीद की किरण नजर आने लगी है। ग्वालियर-चंबल की 16 सीटों में छह सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। इस वर्ग को साधने के लिए भी कांग्रेस ने कोशिश की है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता दुर्गेश शर्मा का कहना है कि कमल नाथ जनता के बीच अपनी बात रखने जा रहे हैं। जनमानस के साथ भाजपा ने जो धोखा किया है, उसे सभी जानते हैं। वह जनता को इसका हिसाब लेने के लिए प्रेरित करेंगे और कार्यकर्ताओं के संग बैठक भी करेंगे।

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