भारतीय लोकतंत्र को किसी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं : उपराष्ट्रपति नायडू

ए सूर्यप्रकाश की पुस्तक डेमोक्रेसी पालिटिक्स एंड गवर्नेस का विमोचन करने के बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने भारतीय लोकतंत्र पर सवाल खड़ा करने वालों को आड़े हाथों लिया और कहा कि इसके लिए देश को किसी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं।

By Monika MinalEdited By: Publish:Sat, 27 Nov 2021 04:55 AM (IST) Updated:Sat, 27 Nov 2021 04:58 AM (IST)
भारतीय लोकतंत्र को किसी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं : उपराष्ट्रपति नायडू
भारतीय लोकतंत्र को किसी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं : नायडू

नई दिल्ली, एएनआइ। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू (Vice President M Venkaiah Naidu) ने भारतीय लोकतंत्र पर सवाल खड़ा करने वालों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इसके लिए बाहरी एजेंसियों के प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं है। भारतीय संविधान सबके हितों का ध्यान रखते हुए अपने नागरिकों के अधिकारों का संरक्षण करता है। नायडू शुक्रवार को यहां ए सूर्यप्रकाश की पुस्तक 'डेमोक्रेसी, पालिटिक्स एंड गवर्नेस' का विमोचन करने के बाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

#WATCH | There's a trend in Western media to run down Indian govt on issues of secularism, free speech. They can't digest the fact that India is on the rise. Some of them suffering from indigestion...India is the most secular country in world: Vice President Venkaiah Naidu(26.11) pic.twitter.com/sXTrfWA52T— ANI (@ANI) November 26, 2021

नायडू ने पिछले दिनों भारतीय लोकतंत्र पर पश्चिमी देशों और अमेरिकी एजेंसियों की ओर से उठाए सवालों के जवाब में भारतीय लोकतांत्रिक मूल्यों का विस्तार से जिक्र किया। कहा कि भारतीय संविधान हर नागरिक को जाति, धर्म, वर्ग, रंग और क्षेत्र से ऊपर उठकर देशहित में काम करने का मौका देता है। उन्होंने कहा कि सूर्यप्रकाश अपने 30 वषर्षो के लंबे लेखन कार्य से संविधान की इसी भावना को आगे ब़़ढा रहे हैं। इस मौके पर देश के ख्याति प्राप्त लेखक और पत्रकार उपस्थित थे।

chat bot
आपका साथी