लालजी यादव की आत्महत्या मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग, मुख्यमंत्री को लिखा गया पत्र

Ranchi News समाचार पत्रों में पूर्व में पलामू जिला अंतर्गत घटित नावाबाजार थाना कांड संख्या-32/2021 को भी इस मामले से जोड़कर देखा जा रहा है साथ ही जिला परिवहन पदाधिकारी पलामू द्वारा टेलिफोनिक अनुशंसा आदि को भी इस पूरे घटनाक्रम से जोड़कर देखा जा रहा है।

By Madhukar KumarEdited By: Publish:Thu, 13 Jan 2022 06:44 PM (IST) Updated:Thu, 13 Jan 2022 06:44 PM (IST)
लालजी यादव की आत्महत्या मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग, मुख्यमंत्री को लिखा गया पत्र
लालजी यादव की आत्महत्या मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग, मुख्यमंत्री को लिखा गया पत्र

रांची, राज्य ब्यूरो। पलामू के नावाबाजार थाने के निलंबित थाना प्रभारी लालजी यादव की आत्महत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। राज्य सरकार के मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने भी इस पूरे प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है और इस संदर्भ में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखा है। मंत्री ने पत्र की प्रति राज्य के मुख्य सचिव एवं डीजीपी को भी भेजा है। उन्होंने इस घटना से उपजी विवादास्पद परिस्थिति के पटाक्षेप के लिए उच्चस्तरीय जांच को जरूरी बताया है।

आत्महत्या को लेकर भ्रम की स्थिति

मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने मुख्यमंत्री को प्रेषित पत्र में कहा है कि जिन परिस्थितियों में दारोगा लालजी यादव ने आत्महत्या की है, उसे लेकर पूरे राज्य की जनता में भ्रम की स्थिति बनीं हुई है। पलामू प्रमंडल एवं राज्य के अन्य स्थानों में इस मामले को लेकर आम जनता अपने-अपने तरीके से इस पूरे घटनाक्रम का आकलन कर रही है। स्थानीय समाचार पत्रों, इंटरनेट मीडिया, सामाजिक संगठनों एवं राजनीतिक दल भी कुछ सवालों को उठा रहे हैं।

उच्च स्तरीय जांच की मांग

समाचार पत्रों में पूर्व में पलामू जिला अंतर्गत घटित नावाबाजार थाना कांड संख्या-32/2021 को भी इस मामले से जोड़कर देखा जा रहा है साथ ही जिला परिवहन पदाधिकारी, पलामू द्वारा टेलिफोनिक अनुशंसा आदि को भी इस पूरे घटनाक्रम से जोड़कर देखा जा रहा है। परिणामस्वरूप समाचार पत्रों, सोशल मीडिया, सामाजिक संगठनों एवं राजनीतिक दलों तथा आमजनों में भ्रम एवं विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई है। इसलिए इस पूरे प्रकरण का पटाक्षेप होना आवश्यक है। मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने कहा कि इस घटनाक्रम से उपजे विवाद एवं भ्रम की स्थिति समाज में स्पष्ट हो इसलिए आवश्यक है कि दारोगा लालजी यादव आत्महत्या मामले के साथ-साथ कांड संख्या-32/2021 की उच्च स्तरीय जांच राज्य सरकार कराए। ताकि दारोगा लालजी यादव के परिजनों को न्याय मिल सके और दूध का दूध और पानी का पानी हो सके।

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