कांग्रेस ने सुनील जाखड़ और केवी थामस को पार्टी के सभी पदों से हटाया, नहीं किया निलंबित

कांग्रेस अनुशासन समिति ने मंगलवार को पंजाब के पूर्व प्रमुख सुनील जाखड़ और केवी थामस को पार्टी लाइन के खिलाफ जाने के लिए पार्टी के सभी पदों से हटा दिया। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने जाखड़ को पार्टी से निलंबित नहीं किया।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Tue, 26 Apr 2022 09:45 PM (IST) Updated:Wed, 27 Apr 2022 07:19 AM (IST)
कांग्रेस ने सुनील जाखड़ और केवी थामस को पार्टी के सभी पदों से हटाया, नहीं किया निलंबित
पंजाब के पूर्व प्रमुख सुनील जाखड़ और केवी थामस ।

नई दिल्ली, एएनआई। कांग्रेस अनुशासन समिति ने मंगलवार को पंजाब के पूर्व प्रमुख सुनील जाखड़ और केवी थामस को पार्टी लाइन के खिलाफ जाने के लिए पार्टी के सभी पदों से हटा दिया। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने जाखड़ के प्रति नरमी दिखाई और समिति की सिफारिश के बावजूद उन्हें पार्टी से निलंबित नहीं किया।

इस बीच, केरल की राजनीतिक मामलों की समिति और केरल प्रदेश कांग्रेस समुदाय की कार्यकारी समिति से केवी थामस को हटाने का फैसला लिया गया। इनके साथ ही मेघालय के पांच विधायकों को तीन साल के लिए निलंबित कर दिया गया है।

बैठक में समिति ने सर्वसम्मति से इन शिकायतों पर निर्णय लिया और इसे अंतिम निर्णय के लिए कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के पास भेज दिया। एके एंटनी की अध्यक्षता वाली कांग्रेस अनुशासन समिति ने सर्वसम्मति से इन शिकायतों पर निर्णय लिया और इसे अंतिम निर्णय के लिए सोनिया गांधी के पास भेजा था।

11 अप्रैल को, कांग्रेस नेताओं केवी थामस और सुनील जाखड़ को पार्टी अनुशासन तोड़ने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। इसमें एक सप्ताह के भीतर जवाब देने के लिए कहा गया था। सुनील जाखड़ ने हालांकि अभी तक कमेटी के सामने कोई बयान नहीं दिया है।

विशेष रूप से सुनील जाखड़ ने 11 अप्रैल को कांग्रेस अनुशासन समिति द्वारा जारी नोटिस का जवाब नहीं दिया।

अनुशासन समिति के नोटिस पर जाखड़ ने कहा था कि वह कांग्रेस पार्टी के गुलाम नहीं बल्कि अनुशासित कार्यकर्ता हैं। यह बताते हुए कि उनका कांग्रेस पार्टी के साथ 50 साल पुराना रिश्ता है। जाखड़ ने कहा कि वर्षों से मैंने कांग्रेस पार्टी के अनुशासित कार्यकर्ता के रूप में काम किया है।

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