MP By Election 2020: मध्य प्रदेश के ग्वालियर चंबल अंचल में चुनावी बिगुल फूंकने पहुंचे शिवराज-सिंधिया और तोमर

MP By Election 2020 उपचुनावों के लिए चुनावी बिगुल फूंकने गुरुवार को सीएम शिवराज नरेन्द्र सिंह तोमर ज्योतिरादित्य सिंधिया दिमनी विधानसभा में आयोजित कार्यक्रम में पहुंच गए हैं।

By Pooja SinghEdited By: Publish:Thu, 10 Sep 2020 03:33 PM (IST) Updated:Thu, 10 Sep 2020 06:34 PM (IST)
MP By Election 2020: मध्य प्रदेश के ग्वालियर चंबल अंचल में चुनावी बिगुल फूंकने पहुंचे शिवराज-सिंधिया और तोमर
MP By Election 2020: मध्य प्रदेश के ग्वालियर चंबल अंचल में चुनावी बिगुल फूंकने पहुंचे शिवराज-सिंधिया और तोमर

ग्वालियर, जेएनएन। ग्वालियर चंबल अंचल में होने वाले उपचुनावों के लिए चुनावी बिगुल फूंकने गुरुवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया मुरैना जिले की दिमनी विधानसभा में आयोजित कार्यक्रम में पहुंच गए हैं। चार दिन भाजपा विकास कार्यों के शिलान्यास और लोकार्पण के माध्यम से अंचल के 13 विधानसभा सीटों पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराएगी।

 यह है कार्यक्रम

10 सितम्बर

मरैना जिले के दिमनी और अम्बाह विधानसभा सीट

भिंड जिले की मेहगांव विधानसभा सीट

11 सितम्बर

शिवपुरी जिले की पोहरी और करैरा विधानसभा सीट

ग्वालियर जिले की डबरा और ग्वालियर विधानसभा सीट

12 सितम्बर

मुरैना जिले की मुरैना, सुमावली और जौरा विधानसभा सीट

ग्वालियर जिले की ग्वालियर पूर्व सीट

13 सितम्बर 

दतिया की भांडेर विधानसभा सीट

भिंड की गोहद विधानसभा सीट

पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह पर बड़ा हमला

गौरतलब है कि दो दिन पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह पर बड़ा हमला बोला था। मुख्यमंत्री अनूपपुर के उत्कृष्ट विद्यालय के मैदान में 302 करोड़ के विकास कार्यो का भूमिपूजन व लोकार्पण करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि सवा साल के कार्यकाल में कमल नाथ सरकार ने जनता से किया एक भी वादा पूरा नहीं किया, उल्टे उनकी सरकार द्वारा शुरू की गई कई जनकल्याणकारी योजनाओं को बंद कर दिया। कमल नाथ और दिग्विजय सिंह की जोड़ी ने प्रदेश का बंटाढार ही किया है। एक ने अपने पुत्र को सांसद बना दिया तो दूसरे ने मंत्री बनाया।

इस दौरान प्रदेश में भ्रष्टाचार बढ़ा। यहां आयोजित सभा में उन्होंने कहा कि कमल नाथ सरकार ने गरीब की मृत्यु पर दिए जाने वाले पांच हजार रुपये भी देना बंद करा दिए। आदिवासी महिलाओं को पोषण आहार के लिए मिलने वाला एक हजार रुपये भी कमल नाथ सरकार ने बंद कर दिया। इतना ही नहीं, कांग्रेस ने कोराना से निपटने के लिए प्रदेश में कोई तैयारी तक नहीं की थी।

किसानों के नुकसान की भरपाई करेंगे

मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि किसानों से किया कर्जमाफी का वादा पूरा नहीं हुआ। केवल छह हजार करोड़ रुपये माफ किया। कई किसानों को तो केवल कर्जमाफी का सर्टिफिकेट पकड़ा दिया गया। पूर्व की कमल नाथ सरकार ने फसल नुकसान का पैसा भी किसानों को नहीं दिया। वे बोले, भाजपा की सरकार किसानों के नुकसान की भरपाई करेगी और फसल बीमा योजना का पैसा भी देगी। गरीब और किसानों के लिए प्रदेश में पैसे की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। हर गरीब को राशन दिया जा रहा है।

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