शिवराज कैबिनेट का बड़ा फैसला, ग्वालियर में बनेगा देश का पहला दिव्यांग खेल केंद्र
यह खेल केंद्र सोसाइटी पंजीकरण अधिनियम 1860 के तहत पंजीकृत किया जाएगा जो दिव्यांग खेल केंद्र ग्वालियर के नाम से काम करेगा।
ग्वालियर, राज्य ब्यूरो। शिवराज मंत्रिमंडल ने ग्वालियर में बनने वाले देश के पहले दिव्यांग खेल केंद्र के लिए मंजूरी दे दी है। ट्रिपल आइटीएम के सामने करीब 22 हेक्टेयर भूमि को एक रुपये की राशि में लीज पर उपलब्ध कराया जाएगा। खेल केंद्र बनाने के प्रस्ताव को केंद्र सरकार पूर्व में ही अनुमति दे चुकी है।
दिव्यांगजनों की प्रभावी भागीदारी को सुनिश्चित किया जाएगा
यह खेल केंद्र सोसाइटी पंजीकरण अधिनियम, 1860 के तहत पंजीकृत किया जाएगा, जो दिव्यांग खेल केंद्र, ग्वालियर के नाम से काम करेगा। इस केंद्र द्वारा सृजित उन्नत बुनियादी सुविधाओं के बल पर खेल की गतिविधियों में भी दिव्यांगजनों की प्रभावी भागीदारी को सुनिश्चित किया जाएगा। दिव्यांगों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम बनाया जाएगा।
जानिए, खेल केंद्र में यह रहेगा
-एक आउटडोर एथलेटिक्स स्टेडियम
-इनडोर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स
-बेसमेंट पार्किंग सुविधा
-जलीय केंद्र में दो स्वीमिंग पूल
-कक्षाओं के साथ चिकित्सा सुविधाएं
-खेल विज्ञान केंद्र, एथलीटों के लिए छात्रावास की सुविधा
-सुलभ लॉकर्स, भोजन, मनोरंजन सुविधाएं
-प्रशासनिक ब्लॉक सहित सहायता सुविधाएं प्रशिक्षण के लिए चयनित खेल बैडमिंटन, बॉस्केटबॉल, टेबल टेनिस, वॉलीबॉल, जूडो, तायक्वांडो, तलवारबाजी और रग्बी जैसे एकीकृत खेल (इंडोर)।
-एडॉप्टेड स्पोर्ट्स (इंडोर) जैसे बोस्किया, गोलबॉल, फुटबॉल 5 ए साइड, पैरा डांस स्पोर्ट्स।
-एकीकृत खेल (आउटडोर) जैसे एथलेटिक्स, तीरंदाजी, फुटबॉल 7 ए साइड और टेनिस, तथा एकीकृत खेल (इनडोर और आउटडोर) तैराकी।