लद्दाख के डेमचोक में चीनी सैनिकों की घुसपैठ पर बिपिन रावत ने दिया बड़ा बयान, कही ये बात

कारगिल युद्ध के 20 साल पूरे होने पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया। इस दौरान सेना प्रमुख बिपिन रावत ने कहा कि शानदार जीत हासिल करने पर देश और सेना पर गर्व

By Ayushi TyagiEdited By: Publish:Sat, 13 Jul 2019 01:05 PM (IST) Updated:Sat, 13 Jul 2019 01:18 PM (IST)
लद्दाख के डेमचोक में चीनी सैनिकों की घुसपैठ पर बिपिन रावत ने दिया बड़ा बयान, कही ये बात
लद्दाख के डेमचोक में चीनी सैनिकों की घुसपैठ पर बिपिन रावत ने दिया बड़ा बयान, कही ये बात

नई दिल्ली,एजेंसी। कारगिल युद्ध में दुश्मन पर जीत हासिल करने का 20वें वर्ष बाद एक सेंमिनार में सेना प्रमुख बिपिन रावत ने कहा कि कई अभियानों में मुश्किल इलाको में कई बाधाओं के बाद शानदार जीत हासिल करने पर देश और सेना को गर्व है।  2016 के उरी आतंकी हमले और बालाकोट हवाई हमले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि बाद भारत की प्रतिक्रिया ने देश की राजनीतिक और सैन्य इच्छाशक्ति का प्रदर्शन किया है।

   

इसी के साथ उन्होंने चीन की तरफ से घुसपैठ की खबरों पर रावत ने कहा कि चीन की तरफ से कोई घुसपैठ नहीं हुई है। सेना प्रमुख ने कहा कि डेमचोक सेक्टर में कुछ तिब्बतियों द्वारा जश्न मनाया जा रहा था तो उनको देखने के लिए चीनी सैनिक आ गए कि आखिर क्या हो रहा है। बाकी ऐसा कुछ नहीं है सब कुछ सामान्य है। 

रावत ने कहा कि एलएसी (लाइन ऑफ ऐक्चुअल कंट्रोल यानी एलएसी) को लेकर चान और हमारी अलग-अलग धारणाएं हैं। दोनों ही तरफ से पेट्रोलिंग पार्टी एक दूसरे की तरफ रूख करती रहती हैं। चीनी सैनिक अपने परसेप्शन के हिसाब से एलएसी में पेट्रोलिंग के लिए आते है। हम उन्हें रोकने की कोशिश करते हैं। इसी तरह हम भी अपनी एलएसी के हिसाब से पेट्रोलिंग करते हैं। 

जानकारी के लिए बता दें कि 6 जुलाई को दलाई लामा के जन्मदिन पर लद्दाख के फुक चे एरिया में तिब्बती शरणार्थी और स्थानीय लोग दलाई लामा का जन्मदिन मना रहे थे। इस दौरान उन्होंने तिब्बती झंडा भी लहराया। उस दिन एलएसी के दूसरी ओर से दो गाड़ियां आई जिनमें कई लोग सवार थे। उन्होंने लाल रंग का बड़ा सा बैनर दिखाया। जिसपर चीनी भाषा में लिखा हुआ था। तिब्बत को तोड़ने की सारी गतिविधियां रूके और फिर चले गए। 

साथ ही उन्होंने पाकिस्तान सेना पर सवाल उठाते हुए कहा कि पाकिस्तान बार-बार भारत के खिलाफ हिमाकत करता रहता है। उसने भारत के खिलाफ छद्म युद्ध छेड़ रखा। भारतीय सेना पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद और घुसपैठ का जवाब देने में सक्षम है। भारतीय सेना के पास अपनी सीमा की रक्षा करने का पूरा सामर्थ्‍य है। 

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